Test No. 3 of 60 days 60 tests series
Test No 3 Question Paper

150 Superbly Selected Question for BPSC Prelims Exam
Test No 3 Solution

Each question should be explained in simple, easy-to-understand language to help with memorization and quick recall. Ancient Indian History is a favorite topic for BPSC exams, and to thoroughly cover the syllabus, it is highly recommended to review all the study material available on cracktarget.com.
60 Days 60 Test Series
1. वैदिक साहित्य में ब्राह्मण ग्रंथों का मुख्य उद्देश्य क्या था, और इनमें से कौन सा ग्रंथ यजुर्वेद से संबंधित है और यज्ञों की व्याख्या करता है?
a) शतपथ ब्राह्मण
b) ऐतरेय ब्राह्मण
c) तैत्तिरीय ब्राह्मण
d) गोपथ ब्राह्मण
2. उपनिषदों में दार्शनिक चिंतन का प्रारंभ हुआ; कौन सा उपनिषद आत्मन और ब्रह्म की एकता पर बल देता है और याज्ञवल्क्य-मैत्रेयी संवाद के लिए प्रसिद्ध है?
a) ईश उपनिषद
b) बृहदारण्यक उपनिषद
c) छांदोग्य उपनिषद
d) मांडूक्य उपनिषद
3. वेदांगों में निरुक्त का उद्देश्य क्या था, और इसे किस ऋषि ने रचा?
a) शब्दों की व्युत्पत्ति, यास्क
b) व्याकरण, पाणिनि
c) छंद, पिंगल
d) ज्योतिष, लगध
4. स्मृतियों में मनुस्मृति सामाजिक व्यवस्था को नियंत्रित करती है; यह किस वर्ण को सर्वोच्च स्थान देती है और क्यों?
a) ब्राह्मण, ज्ञान और धर्म के कारण
b) क्षत्रिय, शासन के कारण
c) वैश्य, व्यापार के कारण
d) शूद्र, सेवा के कारण
5. पुराणों में ऐतिहासिक और पौराणिक तत्व मिश्रित हैं; कौन सा पुराण चंद्रवंशी और सूर्यवंशी राजवंशों की वंशावली का विस्तृत विवरण देता है?
a) विष्णु पुराण
b) वायु पुराण
c) मत्स्य पुराण
d) भागवत पुराण
6. महाकाव्य ‘रघुवंश’ में कलिदास ने रघु वंश के किस राजा को विशेष रूप से यशस्वी दिग्विजयी के रूप में चित्रित किया?
a) दिलीप
b) रघु
c) राम
d) अज
7. दर्शन शास्त्रों में सांख्य दर्शन का मूल सिद्धांत क्या है, और यह किसके द्वारा प्रतिपादित हुआ?
a) पुरुष-प्रकृति द्वैत, कपिल
b) तर्क-प्रमाण, गौतम
c) कर्म-योग, पतंजलि
d) अद्वैत, शंकराचार्य
8. उपवेदों में धनुर्वेद का संबंध किससे है, और इसका उपयोग प्राचीन भारत में किस संदर्भ में हुआ?
a) युद्ध कला, सैन्य प्रशिक्षण
b) चिकित्सा, आयुर्वेद
c) संगीत, गंधर्ववेद
d) वास्तु, स्थापत्यवेद
9. बौद्ध त्रिपिटक में विनय पिटक का उद्देश्य क्या है, और यह किसके लिए नियम निर्धारित करता है?
a) मठवासी अनुशासन, भिक्षुओं के लिए
b) दार्शनिक चर्चा, विद्वानों के लिए
c) बुद्ध की शिक्षाएं, सामान्य जन के लिए
d) कथाएं, जातकों के लिए
10. जैन साहित्य में आगम ग्रंथ श्वेतांबर और दिगंबर परंपराओं में भिन्न हैं; श्वेतांबर परंपरा में कितने आगम स्वीकार किए जाते हैं?
a) 12
b) 45
c) 32
d) 18
11. अर्थशास्त्र में कौटिल्य ने किस प्रकार की अर्थव्यवस्था की वकालत की, और इसका प्रभाव मौर्य साम्राज्य पर कैसे पड़ा?
a) केंद्रीकृत, प्रशासनिक नियंत्रण
b) विकेंद्रीकृत, स्थानीय स्वायत्तता
c) व्यापारिक, विदेशी संबंध
d) कृषि, ग्रामीण स्वावलंबन
12. विदेशी यात्रियों में मेगस्थनीज ने भारत को ‘इंडिका’ में वर्णित किया; उनकी पुस्तक में मौर्य समाज का कौन सा पहलू विशेष रूप से उजागर हुआ?
a) सामाजिक स्तरीकरण
b) सैन्य संगठन
c) व्यापारिक नेटवर्क
d) धार्मिक सहिष्णुता
13. पुरापाषाण काल में भारत में सोन घाटी के औजार किस सामग्री से बने थे, और उनकी विशेषता क्या थी?
a) क्वार्टजाइट, बड़े और असभ्य
b) चकमक पत्थर, सूक्ष्म और पॉलिश्ड
c) तांबा, तेज धार
d) लोहा, टिकाऊ
14. मध्यपाषाण काल में भीमबेटका की रॉक आर्ट किस प्रकार के दृश्यों को दर्शाती है, और यह सामाजिक जीवन का क्या संकेत देती है?
a) शिकार और नृत्य, सामूहिक जीवन
b) कृषि, स्थायी बस्तियां
c) युद्ध, सैन्य संगठन
d) व्यापार, बाहरी संपर्क
15. नवपाषाण काल में मेहरगढ़ में किस फसल की खेती के प्रारंभिक प्रमाण मिले, और यह कब तक डेट किया गया है?
a) गेहूं और जौ, 7000 ईसा पूर्व
b) चावल, 5000 ईसा पूर्व
c) दालें, 6000 ईसा पूर्व
d) कपास, 4000 ईसा पूर्व
16. ताम्रपाषाण काल में अहर संस्कृति की विशेषता क्या थी, और यह किन क्षेत्रों में फैली थी?
a) तांबे के औजार, राजस्थान और मध्य प्रदेश
b) लोहे के हथियार, गुजरात
c) काले-लाल बर्तन, दक्षिण भारत
d) पॉलिश्ड पत्थर, पूर्वी भारत
17. लौह युग में मेगालिथिक दफन प्रथाएं दक्षिण भारत में प्रचलित थीं; इनमें डोलमेन और मेनहिर का उपयोग किसके लिए किया जाता था?
a) स्मारक और दफन
b) मंदिर निर्माण
c) यज्ञ स्थल
d) व्यापारिक चिह्न
18. बुर्जाहोम स्थल पर नवपाषाण काल की कौन सी अनूठी विशेषता मिली, जो उत्तरी भारत में असामान्य थी?
a) गड्ढा आवास
b) किलेबंदी
c) मूर्तिकला
d) सिक्के
19. प्रागैतिहासिक स्थल लोथल में हड़प्पा-पूर्व अवशेष मिले हैं; यह किस काल से संबंधित हैं?
a) ताम्रपाषाण
b) नवपाषाण
c) मध्यपाषाण
d) पुरापाषाण
20. लौह युग में हल्लुर स्थल पर लोहे की गलन के प्रारंभिक प्रमाण मिले; यह कब तक डेट किया गया है?
a) 1200 ईसा पूर्व
b) 1800 ईसा पूर्व
c) 800 ईसा पूर्व
d) 500 ईसा पूर्व
21. प्रागैतिहासिक भारत में काले-और-लाल वेयर बर्तनों का उपयोग किस संस्कृति में प्रमुख था?
a) जोरवे संस्कृति
b) मालवा संस्कृति
c) दोनों
d) कायथा संस्कृति
22. मेगालिथिक संस्कृति में दक्षिण भारत में पाए गए लौह उपकरणों का उपयोग मुख्य रूप से किस लिए था?
a) कृषि और युद्ध
b) व्यापार
c) मूर्तिकला
d) धार्मिक अनुष्ठान
23. तक्षशिला एक बहु-अवधि स्थल है; यह किस काल से ऐतिहासिक महत्व रखता है?
a) हड़प्पा से मौर्य तक
b) नवपाषाण से गुप्त तक
c) लौह युग से मध्यकाल तक
d) मध्यपाषाण से कुषाण तक
24. प्रागैतिहासिक रॉक आर्ट में भीमबेटका की गुफाएं किन सामाजिक गतिविधियों को दर्शाती हैं, और यह किस काल से संबंधित हैं?
a) शिकार और सामुदायिक जीवन, मध्यपाषाण
b) कृषि और बस्तियां, नवपाषाण
c) युद्ध और विजय, लौह युग
d) व्यापार, ताम्रपाषाण
25. हड़प्पा सभ्यता की खोज में राखीगढ़ी को हाल के उत्खननों में सबसे बड़ा स्थल माना गया है; यह किस राज्य में है?
a) हरियाणा
b) गुजरात
c) पंजाब
d) राजस्थान
26. हड़प्पा सभ्यता का भौगोलिक विस्तार कितने वर्ग किलोमीटर में फैला था, और इसका केंद्र कहां था?
a) 1.5 मिलियन, घग्गर-हकरा
b) 2 मिलियन, सिंधु
c) 1 मिलियन, यमुना
d) 0.5 मिलियन, गंगा
27. हड़प्पा सभ्यता की उत्पत्ति के लिए मेहरगढ़ को प्रारंभिक केंद्र माना जाता है; यह किस काल से संबंधित है?
a) नवपाषाण, 7000 ईसा पूर्व
b) ताम्रपाषाण, 4000 ईसा पूर्व
c) लौह युग, 1200 ईसा पूर्व
d) मध्यपाषाण, 10000 ईसा पूर्व
28. हड़प्पा सभ्यता के निर्माता प्रोटो-द्रविड़ियन माने जाते हैं; यह निष्कर्ष किसके आधार पर निकाला गया?
a) भाषाई और पुरातात्विक साक्ष्य
b) केवल सिक्के
c) मूर्तियों का विश्लेषण
d) वैदिक ग्रंथ
29. हड़प्पा सभ्यता में नियोजित शहरीकरण की विशेषता थी; मोहनजो-दारो में ‘ग्रेट बाथ’ का क्या उद्देश्य माना जाता है?
a) धार्मिक अनुष्ठान
b) जल भंडारण
c) स्नान और स्वच्छता
d) व्यापारिक गतिविधि
30. लोथल में पाया गया डॉकयार्ड हड़प्पा सभ्यता के किस पहलू को उजागर करता है?
a) समुद्री व्यापार
b) सैन्य रक्षा
c) धार्मिक केंद्र
d) कृषि जल प्रबंधन
31. हड़प्पा सभ्यता में मानकीकृत वजन प्रणाली किस अनुपात पर आधारित थी, और इसका उपयोग किस लिए था?
a) बाइनरी, व्यापार
b) दशमलव, निर्माण
c) 16 का अनुपात, कृषि
d) 10 का अनुपात, धार्मिक
32. हड़प्पा लिपि को अभी तक डीकोड क्यों नहीं किया जा सका है, और इसका लेखन दिशा क्या है?
a) प्रतीकों की जटिलता, दाएं से बाएं
b) ग्रंथों की कमी, बाएं से दाएं
c) बहुभाषी प्रभाव, बौस्त्रोफेडॉन
d) पुरातात्विक नुकसान, ऊपर से नीचे
33. हड़प्पा सभ्यता का मेसोपोटामिया से व्यापारिक संबंध था; सुसा में पाई गई मुहरें किस सामग्री की थीं?
a) स्टीटाइट
b) कांस्य
c) मिट्टी
d) सोना
34. हड़प्पा सभ्यता के पतन का जलवायु परिवर्तन सिद्धांत घग्गर-हकरा नदी से कैसे संबंधित है?
a) नदी का सूखना
b) बाढ़
c) स्थानांतरण
d) प्रदूषण
35. हड़प्पा सभ्यता के उत्तरजीविता के प्रमाण कब्रिस्तान H संस्कृति में मिलते हैं; यह किस प्रथा को दर्शाता है?
a) दाह संस्कार
b) कब्र दफन
c) मूर्ति पूजा
d) यज्ञ
36. हड़प्पा सभ्यता में धोलावीरा की जल प्रबंधन प्रणाली किस प्रकार की थी?
a) जटिल जलाशय और नहरें
b) कुएं और तालाब
c) नदी बांध
d) प्राकृतिक झरने
37. हड़प्पा सभ्यता में पशुपति मुहर किस धार्मिक विश्वास को दर्शाती है?
a) प्रोटो-शिव पूजा
b) वैदिक यज्ञ
c) मातृदेवी पूजा
d) सूर्य पूजा
38. हड़प्पा सभ्यता में कालीबंगन में पाए गए ‘अग्निकुंड’ किसके लिए महत्वपूर्ण हैं?
a) धार्मिक अनुष्ठान
b) खाना पकाने
c) औद्योगिक गतिविधि
d) रक्षा प्रणाली
39. हड़प्पा सभ्यता में व्यापारिक वस्तुओं में कार्नेलियन मोतियों का निर्यात कहां होता था?
a) मेसोपोटामिया
b) मिस्र
c) चीन
d) रोम
40. हड़प्पा सभ्यता के पतन के लिए आर्य आक्रमण सिद्धांत को अब क्यों खारिज किया जाता है?
a) पुरातात्विक साक्ष्य की कमी
b) वैदिक ग्रंथों का विरोध
c) भाषाई असंगति
d) जलवायु साक्ष्य
# The Vedic Age (A-41 to A-54)
41. आर्यों का भारत में आगमन किस सिद्धांत से समर्थित है, और इसका प्रमाण क्या है?
a) कुरगन, भाषाई समानता
b) स्वदेशी, पुरातात्विक अवशेष
c) मध्य एशियाई, घोड़ा
d) द्रविड़, मूर्तियां
42. ऋग्वेद में सरस्वती नदी को ‘नदितमा’ कहा गया; इसका आधुनिक समकक्ष क्या माना जाता है?
a) घग्गर-हकरा
b) सिंधु
c) यमुना
d) गंगा
43. प्रारंभिक वैदिक राजव्यवस्था में ‘विश’ क्या थी, और इसका नेतृत्व कौन करता था?
a) जनजातीय इकाई, विशपति
b) गांव, ग्रामणी
c) सभा, राजा
d) समिति, पुरोहित
44. ऋग्वेद में ‘गविष्टि’ का अर्थ युद्ध है; यह किसके लिए प्राय: लड़ा जाता था?
a) गायें
b) भूमि
c) स्वर्ण
d) जल
45. प्रारंभिक वैदिक अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पशुपालन पर आधारित थी; प्रमुख पशु क्या था?
a) गाय
b) घोड़ा
c) भैंस
d) बकरी
46. प्रारंभिक वैदिक काल में महिलाओं की स्थिति कैसी थी, और इसका प्रमाण क्या है?
a) स्वतंत्र, सभा में भागीदारी
b) अधीन, केवल घरेलू कार्य
c) समान, युद्ध में भाग
d) प्रतिबंधित, कोई अधिकार नहीं
47. ऋग्वेद में इंद्र को किस प्रकार का देवता माना गया, और उनकी प्रमुख विशेषता क्या थी?
a) युद्ध और वर्षा, वज्रधारी
b) अग्नि, यज्ञ प्रिय
c) सूर्य, प्रकाशदाता
d) वरुण, नैतिकता
48. उत्तर वैदिक काल में भौगोलिक विस्तार गंगा-यमुना दोआब तक हुआ; इसका प्रमाण किस ग्रंथ में है?
a) शतपथ ब्राह्मण
b) ऋग्वेद
c) यजुर्वेद
d) अथर्ववेद
49. उत्तर वैदिक काल में शिक्षा प्रणाली का आधार क्या था, और इसका केंद्र कौन था?
a) गुरुकुल, गुरु
b) मंदिर, पुरोहित
c) सभा, राजा
d) समिति, विद्वान
50. उत्तर वैदिक राजव्यवस्था में राजा की शक्ति बढ़ी; इसका प्रमाण किस अनुष्ठान में है?
a) राजसूय
b) अश्वमेध
c) वाजपेय
d) सभी
51. उत्तर वैदिक अर्थव्यवस्था में लोहे के हल का उपयोग किसके लिए प्रारंभ हुआ?
a) गहन कृषि
b) युद्ध
c) व्यापार
d) निर्माण
52. उत्तर वैदिक समाज में वर्ण व्यवस्था कठोर हुई; शूद्रों को किस कार्य से जोड़ा गया?
a) सेवा और श्रम
b) व्यापार
c) युद्ध
d) शिक्षा
53. हिंदू संस्कारों में ‘उपनयन’ का महत्व क्या था, और यह किसके लिए था?
a) शिक्षा प्रारंभ, द्विज वर्ण
b) विवाह, सभी वर्ण
c) मृत्यु, ब्राह्मण
d) जन्म, क्षत्रिय
54. हड़प्पा और वैदिक संस्कृति में मूल अंतर क्या था, जो उनके जीवन शैली को दर्शाता है?
a) शहरी बनाम ग्रामीण
b) व्यापार बनाम युद्ध
c) मूर्ति पूजा बनाम यज्ञ
d) स्थायी बनाम खानाबदोश
# Emergence of Mahajanpadas and Magadha (A-55 to A-62)
55. महाजनपदों का उदय 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ; इसका प्रमुख कारण क्या था?
a) लोहे का उपयोग और शहरीकरण
b) वैदिक यज्ञ
c) विदेशी आक्रमण
d) धार्मिक सुधार
56. मगध के उदय में भौगोलिक स्थिति का योगदान क्या था?
a) नदियां और खनिज
b) समुद्री तट
c) रेगिस्तान
d) पहाड़
57. वज्जि एक गणराज्य था; इसकी शक्ति का आधार क्या था?
a) लिच्छवि संघ
b) सैन्य शक्ति
c) व्यापार
d) कृषि
58. महाजनपदों में आर्थिक विकास में पंच-चिह्नित सिक्कों का क्या योगदान था?
a) व्यापार सरलीकरण
b) कर संग्रह
c) युद्ध वित्तपोषण
d) धार्मिक दान
59. सामाजिक जीवन में अस्पृश्यता का उदय किस काल में प्रारंभ हुआ?
a) महाजनपद काल
b) वैदिक काल
c) गुप्त काल
d) मौर्य काल
60. नई धर्मों (जैन और बौद्ध) का उदय किसके विरुद्ध प्रतिक्रिया था?
a) वैदिक कर्मकांड और वर्ण व्यवस्था
b) विदेशी आक्रमण
c) शहरीकरण
d) व्यापारिक संकट
61. 16 महाजनपदों में से गांधार की स्थिति कहां थी, और यह किसके लिए प्रसिद्ध था?
a) उत्तर-पश्चिम, शिक्षा (तक्षशिला)
b) पूर्व, व्यापार
c) दक्षिण, कला
d) मध्य, कृषि
62. मगध के हर्यंक वंश का संस्थापक बिंबिसार था; उसने किस नीति से मगध को शक्तिशाली बनाया?
a) विवाह और विजय
b) धार्मिक संरक्षण
c) व्यापारिक गठजोड़
d) सैन्य सुधार
# Religious Revolution (A-63 to A-85)
63. जैन धर्म के संस्थापक वर्धमान महावीर का जन्म कहां हुआ, और वे किस वंश से थे?
a) वैशाली, क्षत्रिय
b) लुंबिनी, शाक्य
c) पाटलिपुत्र, ब्राह्मण
d) मथुरा, वैश्य
64. महावीर की शिक्षाओं में अहिंसा का स्थान सर्वोच्च था; इसे लागू करने का उनका तरीका क्या था?
a) चरम तप और संयम
b) सामान्य नैतिकता
c) यज्ञ और भक्ति
d) सामुदायिक सेवा
65. जैन त्रिरत्न में सम्यक चारित्र का अर्थ क्या है?
a) सही आचरण
b) सही विश्वास
c) सही ज्ञान
d) सही ध्यान
66. जैन धर्म में दिगंबर और श्वेतांबर संप्रदायों का विभाजन किस आधार पर हुआ?
a) वस्त्र और तप के नियम
b) भौगोलिक क्षेत्र
c) ग्रंथों की व्याख्या
d) राजकीय संरक्षण
67. जैन दर्शन में अनेकांतवाद किस सिद्धांत को दर्शाता है?
a) सत्य की बहु-पक्षीयता
b) कर्म का नियम
c) अहिंसा का पालन
d) आत्मा की अमरता
68. प्रथम जैन परिषद पाटलिपुत्र में हुई; इसका उद्देश्य क्या था?
a) आगमों का संकलन
b) संप्रदाय एकीकरण
c) धार्मिक प्रसार
d) राजकीय संरक्षण
69. बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य में ‘मग्ग’ का अर्थ क्या है?
a) अष्टांगिक मार्ग
b) दुख का कारण
c) निर्वाण
d) कर्म
70. बुद्ध की शिक्षाओं में अनत्ता सिद्धांत का क्या महत्व है?
a) आत्मा की अनुपस्थिति
b) ईश्वर की उपस्थिति
c) कर्म का प्रभाव
d) भक्ति का मार्ग
71. बौद्ध परिषदों में तृतीय परिषद अशोक के संरक्षण में कहां हुई?
a) पाटलिपुत्र
b) राजगृह
c) वैशाली
d) कश्मीर
72. बौद्ध साहित्य में ‘मिलिंदपन्हो’ में किस यूनानी राजा और बौद्ध भिक्षु के बीच संवाद है?
a) मेनंदर और नागसेन
b) सेल्यूकस और आनंद
c) डेमेट्रियस और वसुमित्र
d) एंटीओकस और अश्वघोष
73. बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय ने किस आदर्श को अपनाया?
a) बोधिसत्व
b) अर्हत
c) यज्ञ
d) तप
74. जैन और बौद्ध धर्म में प्रमुख अंतर क्या था?
a) चरम तप बनाम मध्य मार्ग
b) मूर्ति पूजा बनाम यज्ञ
c) कर्म बनाम भक्ति
d) संप्रदाय बनाम एकता
75. बौद्ध धर्म के प्रसार में अशोक की भूमिका क्या थी?
a) मिशन और शिलालेख
b) युद्ध और विजय
c) व्यापार और कला
d) मठों का निर्माण
76. जैन धर्म के पतन का एक कारण हिंदू पुनरुत्थान था; यह किस काल में प्रमुख हुआ?
a) गुप्त काल
b) मौर्य काल
c) शुंग काल
d) कुषाण काल
77. बौद्ध धर्म के पतन में मुस्लिम आक्रमणों की भूमिका थी; कौन सा बौद्ध केंद्र नष्ट हुआ?
a) नालंदा
b) तक्षशिला
c) दोनों
d) कोई नहीं
78. वैष्णववाद में भक्ति का प्रारंभ दक्षिण भारत में किसके द्वारा हुआ?
a) अलवार संत
b) नयनार
c) शंकराचार्य
d) रामानुज
79. शैववाद में कश्मीर शैववाद का दर्शन किस पर आधारित था?
a) त्रिक दर्शन
b) अद्वैत
c) विशिष्टाद्वैत
d) द्वैत
80. तांत्रिकवाद में बौद्ध और हिंदू प्रथाओं का मिश्रण हुआ; इसका एक उदाहरण क्या है?
a) वज्रयान
b) शाक्तवाद
c) दोनों
d) कोई नहीं
81. जैन वास्तुकला में उदयगिरि-खंडगिरि गुफाएं किस राजा के संरक्षण में बनीं?
a) खारवेल
b) अशोक
c) चंद्रगुप्त मौर्य
d) समुद्रगुप्त
82. बौद्ध साहित्य में ‘जातक’ कहानियां किससे संबंधित हैं?
a) बुद्ध के पूर्व जन्म
b) धार्मिक नियम
c) दार्शनिक सिद्धांत
d) परिषदों का इतिहास
83. जैन धर्म में तीन रत्नों का क्या महत्व है, और वे किससे संबंधित हैं?
a) मुक्ति, आचरण-ज्ञान-विश्वास
b) भक्ति, पूजा-ध्यान
c) यज्ञ, कर्म-नैतिकता
d) व्यापार, सेवा-दान
84. बौद्ध धर्म के प्रसार में श्रीलंका में महिंद की भूमिका क्या थी?
a) बौद्ध मिशनरी
b) राजकीय संरक्षक
c) साहित्य लेखक
d) मूर्तिकार
85. हिंदू पुनरुत्थान में भागवतवाद ने किस देवता की भक्ति पर बल दिया?
a) विष्णु
b) शिव
c) ब्रह्मा
d) इंद्र
# Mauryan Empire (A-86 to A-100)
86. मौर्य साम्राज्य के स्रोतों में अशोक के शिलालेख किस भाषा और लिपि में थे?
a) प्राकृत, ब्राह्मी
b) संस्कृत, देवनागरी
c) पाली, खरोष्ठी
d) तमिल, ग्रंथ
87. चंद्रगुप्त मौर्य ने सेल्यूकस को हराया; इस विजय का परिणाम क्या था?
a) संधि और वैवाहिक गठजोड़
b) युद्ध और क्षेत्र विस्तार
c) व्यापारिक समझौता
d) धार्मिक प्रसार
88. बिंदुसार को यूनानी स्रोतों में किस नाम से जाना जाता था, और उसका शासनकाल कैसा था?
a) अमित्रघात, स्थिर
b) अमित्रोचेट्स, युद्धप्रिय
c) सेल्यूकस, व्यापारिक
d) चंद्रगुप्त, धार्मिक
89. अशोक के धम्म का आधार क्या था, और इसे कैसे लागू किया गया?
a) नैतिकता, शिलालेख और मिशन
b) यज्ञ, धार्मिक अनुष्ठान
c) सैन्य शक्ति, विजय
d) व्यापार, आर्थिक नीति
90. अशोक के समकालीनों में एंटीओकस II किस क्षेत्र का शासक था?
a) सीरिया
b) मिस्र
c) मेसेडोनिया
d) फारस
91. मौर्य प्रशासन में ‘कुमार’ की भूमिका क्या थी?
a) प्रांतीय गवर्नर
b) सैन्य कमांडर
c) कर संग्रहकर्ता
d) धार्मिक सलाहकार
92. मौर्य काल में व्यापारिक विकास में किस बंदरगाह का महत्व था?
a) तम्रलिप्ति
b) भृगुकच्छ
c) दोनों
d) कोई नहीं
93. मौर्य कला में अशोक के स्तंभों की शैली किस प्रभाव को दर्शाती है?
a) फारसी-यूनानी
b) स्वदेशी
c) मेसोपोटामियाई
d) चीनी
94. मौर्य साम्राज्य के पतन का एक कारण क्या था?
a) कमजोर उत्तराधिकारी और सामंतवाद
b) विदेशी आक्रमण
c) धार्मिक संघर्ष
d) सभी
95. मौर्य प्रशासन में ‘धम्म महामात्य’ की भूमिका क्या थी?
a) धम्म का प्रचार
b) कर संग्रह
c) सैन्य प्रशिक्षण
d) न्यायिक निर्णय
96. मौर्य काल में धार्मिक सहिष्णुता का प्रमाण क्या है?
a) बौद्ध, जैन, और आजीवक संरक्षण
b) केवल बौद्ध संरक्षण
c) वैदिक यज्ञ
d) मूर्ति पूजा
97. मौर्य काल में उद्योग में किस धातु का उपयोग बढ़ा?
a) लोहा
b) तांबा
c) स्वर्ण
d) चांदी
98. अशोक के शिलालेखों में कलिंग युद्ध का उल्लेख किस संदर्भ में है?
a) पश्चाताप और धम्म
b) विजय का गौरव
c) सैन्य रणनीति
d) आर्थिक लाभ
99. मौर्य साम्राज्य में केंद्रीकृत प्रशासन का आधार क्या था?
a) मंत्रिपरिषद और जासूस
b) स्थानीय स्वायत्तता
c) धार्मिक नेतृत्व
d) सैन्य शक्ति
100. मौर्य साम्राज्य के पतन में शुंग वंश की भूमिका क्या थी?
a) बृहद्रथ की हत्या
b) धार्मिक पुनरुत्थान
c) दोनों
d) कोई नहीं
# Post Mauryan Period (A-101 to A-109)
101. शुंग वंश के संस्थापक पुष्यमित्र ने किस वैदिक अनुष्ठान को पुनर्जनन दिया?
a) अश्वमेध
b) राजसूय
c) वाजपेय
d) सभी
102. कण्व वंश ने शुंगों को उखाड़ा; इसका अंतिम शासक कौन था?
a) सुशर्मन
b) वासुदेव
c) देवभूति
d) अग्निमित्र
103. सातवाहन वंश की राजधानी प्रतिष्ठान थी; इसकी शक्ति का आधार क्या था?
a) व्यापार और कृषि
b) सैन्य विजय
c) धार्मिक संरक्षण
d) विदेशी गठजोड़
104. कुषाण शासक कनिष्क ने किस बौद्ध परिषद का आयोजन किया?
a) चौथी, कश्मीर
b) तृतीय, पाटलिपुत्र
c) द्वितीय, वैशाली
d) प्रथम, राजगृह
105. गांधार कला में यूनानी और भारतीय तत्वों का मिश्रण है; इसका एक उदाहरण क्या है?
a) बुद्ध की यूनानी शैली की मूर्तियां
b) वैदिक मंदिर
c) जैन गुफाएं
d) मौर्य स्तंभ
106. मथुरा कला स्कूल में बुद्ध की मूर्तियां किस शैली में थीं?
a) स्वदेशी, गोलाकार चेहरा
b) यूनानी, यथार्थवादी
c) फारसी, सजावटी
d) चीनी, प्रतीकात्मक
107. मध्य एशियाई संपर्क से भारत में क्या नवाचार आए?
a) स्वर्ण सिक्के और घुड़सवारी
b) लोहे के हथियार
c) मूर्ति पूजा
d) यज्ञ प्रणाली
108. हीनयान और महायान में प्रमुख अंतर क्या था?
a) व्यक्तिगत मुक्ति बनाम बोधिसत्व
b) यज्ञ बनाम ध्यान
c) कर्म बनाम भक्ति
d) सभी
109. इंडो-ग्रीक शासक मेनंदर ने किस धर्म को अपनाया?
a) बौद्धिज्म
b) जैनिज्म
c) वैष्णववाद
d) शैववाद
The Sangam Age (A-110 to A-117)
110. संगम साहित्य का तोलकप्पियम् किसका ग्रंथ है?
a) व्याकरण और काव्य
b) इतिहास
c) धर्म
d) दर्शन
111. चेरों की राजधानी वंजि थी; वे किस व्यापार के लिए प्रसिद्ध थे?
a) मसाले और रत्न
b) कपास
c) लोहा
d) चावल
112. चोल शासक करिकाल ने किस बांध का निर्माण किया?
a) कल्लनई
b) भाखड़ा
c) तुंगभद्रा
d) कोई नहीं
113. पांड्य राजा नेदुंजेलियन ने किस युद्ध में विजय प्राप्त की?
a) तलैया लंगनम
b) कलिंग
c) मगध
d) कांची
114. संगम साहित्य के पांच महाकाव्यों में सिलप्पतिकारम का लेखक कौन था?
a) इलंगो अडिगल
b) सत्तनार
c) तिरुवल्लुवर
d) कंबन
115. संगम राजव्यवस्था में सभा की क्या भूमिका थी?
a) सलाह और प्रशासन
b) युद्ध रणनीति
c) धार्मिक अनुष्ठान
d) व्यापार नियंत्रण
116. संगम समाज में तिनाई प्रणाली क्या दर्शाती थी?
a) भौगोलिक और सामाजिक वर्गीकरण
b) धार्मिक समुदाय
c) सैन्य संगठन
d) व्यापारिक गिल्ड
117. संगम काल में रोमन व्यापार का प्रमाण कहां मिलता है?
a) अरिकमेदु और मुजिरिस
b) तम्रलिप्ति
c) कांची
d) कोई नहीं
# The Gupta Empire (A-118 to A-133)
118. गुप्त साम्राज्य का उदय चंद्रगुप्त I से हुआ; उनकी शक्ति का आधार क्या था?
a) लिच्छवि विवाह
b) सैन्य विजय
c) व्यापार
d) धार्मिक संरक्षण
119. समुद्रगुप्त की उपलब्धियों का विवरण किस शिलालेख में है?
a) इलाहाबाद प्रशस्ति
b) जूनागढ़ शिलालेख
c) हथिगुम्फा शिलालेख
d) मंदसौर शिलालेख
120. गुप्त शासकों की उपाधि ‘परमभागवत’ किस धर्म से संबंधित थी?
a) वैष्णववाद
b) शैववाद
c) बौद्धिज्म
d) जैनिज्म
121. गुप्त साम्राज्य के पतन में हूण आक्रमणों की भूमिका थी; प्रमुख हूण शासक कौन था?
a) मिहिरकुला
b) तोरमाना
c) दोनों
d) कोई नहीं
122. गुप्त प्रशासन में ‘विषयपति’ की भूमिका क्या थी?
a) जिला प्रशासक
b) सैन्य कमांडर
c) कर संग्रहकर्ता
d) धार्मिक सलाहकार
123. गुप्त अर्थव्यवस्था में भूमि अनुदान ने किस प्रणाली को जन्म दिया?
a) सामंतवाद
b) केंद्रीकरण
c) व्यापारिक गिल्ड
d) कोई नहीं
124. गुप्त काल में धार्मिक सहिष्णुता का प्रमाण क्या है?
a) बौद्ध और जैन मठों को संरक्षण
b) वैदिक यज्ञ
c) मूर्ति पूजा का निषेध
d) सभी
125. गुप्त कला में अजंता की गुफाएं किस धर्म से संबंधित थीं?
a) बौद्धिज्म
b) जैनिज्म
c) हिंदूवाद
d) सभी
126. गुप्त साहित्य में कलिदास की रचना ‘मेघदूत’ किस शैली की है?
a) खंडकाव्य
b) महाकाव्य
c) नाटक
d) गद्य
127. गुप्त काल में विज्ञान में आर्यभट्ट का योगदान क्या था?
a) पृथ्वी का घूर्णन और शून्य
b) सूर्यकेंद्रित सिद्धांत
c) गुरुत्वाकर्षण
d) सभी
128. गुप्त साम्राज्य में सामाजिक जीवन में महिलाओं की स्थिति कैसी थी?
a) सीमित, पितृसत्तात्मक
b) स्वतंत्र, समान
c) धार्मिक, मंदिर केंद्रित
d) कोई नहीं
129. गुप्त काल में दशावतार मंदिर कहां स्थित था?
a) देवगढ़
b) मथुरा
c) सanchi
d) अजंता
130. गुप्त प्रशासन में ‘उपरिक’ की क्या भूमिका थी?
a) प्रांतीय गवर्नर
b) गांव प्रमुख
c) सैन्य कमांडर
d) जासूस
131. गुप्त काल में स्वर्ण सिक्कों का उपयोग किसके लिए था?
a) व्यापार और कर
b) धार्मिक दान
c) सैन्य वित्तपोषण
d) सभी
132. गुप्त काल में बौद्ध धर्म का संरक्षण किस शासक ने किया?
a) कुमारगुप्त
b) स्कंदगुप्त
c) दोनों
d) कोई नहीं
133. गुप्त साम्राज्य के पतन में आर्थिक कारण क्या था?
a) भूमि अनुदान और व्यापार ह्रास
b) सैन्य खर्च
c) धार्मिक संघर्ष
d) सभी
# Post Gupta Period (A-134 to A-150)
134. हूणों के आक्रमण ने गुप्त साम्राज्य को कमजोर किया; यशोधर्मन ने किस हूण शासक को हराया?
a) मिहिरकुला
b) तोरमाना
c) दोनों
d) कोई नहीं
135. मौखरियों की राजधानी कन्नौज थी; वे किसके साथ प्रतिस्पर्धा में थे?
a) गुप्त और हर्ष
b) शुंग
c) कुषाण
d) कोई नहीं
136. मैत्रकों ने वल्लभी से शासन किया; वे किसके लिए प्रसिद्ध थे?
a) बौद्ध विश्वविद्यालय
b) वैष्णव मंदिर
c) व्यापार
d) सभी
137. हर्षवर्धन के शासनकाल में ‘हर्षचरित’ किसने लिखा?
a) बनभट्ट
b) हरिषेण
c) फा-हिएन
d) कल्हण
138. त्रिपक्षीय संघर्ष में पाल, प्रतिहार और राष्ट्रकूट किसके लिए लड़े?
a) कन्नौज
b) मालवा
c) गुजरात
d) बंगाल
139. राजपूत समाज में सामाजिक संरचना का आधार क्या था?
a) कुल और गोत्र
b) वर्ण
c) व्यापार
d) धर्म
140. पाल वंश ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया; उनका प्रमुख केंद्र कौन सा था?
a) नालंदा
b) तक्षशिला
c) विक्रमशिला
d) दोनों a और c
141. चंदेलों का खजुराहो मंदिर किस धर्म से संबंधित था?
a) हिंदू और जैन
b) बौद्ध
c) शैव
d) कोई नहीं
142. परमार वंश का धार किस लिए प्रसिद्ध था?
a) साहित्य और कला
b) सैन्य शक्ति
c) व्यापार
d) सभी
143. सोलंकी वंश ने गुजरात में किस मंदिर का निर्माण करवाया?
a) सोमनाथ
b) खजुराहो
c) कोणार्क
d) कोई नहीं
144. तोमर वंश ने दिल्ली पर शासन किया; उनका प्रमुख योगदान क्या था?
a) किलेबंदी b) साहित्य
c) व्यापार
d) धर्म
145. गहड़वालों की राजधानी कन्नौज थी; वे किसके लिए प्रसिद्ध थे?
a) वैष्णव संरक्षण
b) सैन्य विजय
c) कला
d) सभी
146. चाहमान वंश का पृथ्वीराज III किसके लिए प्रसिद्ध था?
a) तराइन की लड़ाई
b) कविता
c) व्यापार
d) मंदिर निर्माण
147. कलचुरियों का त्रिपुरी में शासन था; उनकी कला में क्या विशेष था?
a) मंदिर और मूर्तिकला
b) गुफाएं
c) सिक्के
d) कोई नहीं
148. सेन वंश ने बंगाल में शासन किया; वे किस धर्म के संरक्षक थे?
a) वैष्णववाद
b) शैववाद
c) दोनों
d) कोई नहीं
149. वर्मन वंश ने असम में शासन किया; उनका प्रमुख योगदान क्या था?
a) कामाख्या मंदिर
b) सैन्य शक्ति
c) व्यापार
d) साहित्य
150. राजपूत काल में कला और वास्तुकला में किस शैली का विकास हुआ?
a) नागर शैली
b) द्रविड़ शैली
c) वेसर शैली
d) सभी
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Sources of Ancient Indian History (A-1 to A-12)
- प्रश्न: वैदिक साहित्य में ब्राह्मण ग्रंथों का मुख्य उद्देश्य क्या था, और इनमें से कौन सा ग्रंथ यजुर्वेद से संबंधित है और यज्ञों की व्याख्या करता है?
उत्तर: c) तैत्तिरीय ब्राह्मण
विवरण: ब्राह्मण ग्रंथ वैदिक साहित्य का हिस्सा हैं और यज्ञों तथा अनुष्ठानों की व्याख्या करते हैं। ये ग्रंथ वेदों के कर्मकांड पक्ष को विस्तार से समझाते हैं। तैत्तिरीय ब्राह्मण यजुर्वेद से संबंधित है और यज्ञों की प्रक्रियाओं, उनके महत्व और विधियों का वर्णन करता है। शतपथ ब्राह्मण भी यजुर्वेद से संबंधित है, लेकिन तैत्तिरीय अधिक विशिष्ट है। ऐतरेय और गोपथ ब्राह्मण क्रमशः ऋग्वेद और अथर्ववेद से जुड़े हैं। - प्रश्न: उपनिषदों में दार्शनिक चिंतन का प्रारंभ हुआ; कौन सा उपनिषद आत्मन और ब्रह्म की एकता पर बल देता है और याज्ञवल्क्य-मैत्रेयी संवाद के लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर: b) बृहदारण्यक उपनिषद
विवरण: बृहदारण्यक उपनिषद सबसे पुराने और व्यापक उपनिषदों में से एक है, जो शतपथ ब्राह्मण से जुड़ा है। इसमें आत्मन और ब्रह्म की एकता पर गहन दार्शनिक चर्चा है, विशेष रूप से याज्ञवल्क्य और उनकी पत्नी मैत्रेयी के बीच संवाद में। छांदोग्य उपनिषद भी महत्वपूर्ण है, लेकिन यह संन्यास और भक्ति पर अधिक केंद्रित है। ईश और मांडूक्य बाद के हैं। - प्रश्न: वेदांगों में निरुक्त का उद्देश्य क्या था, और इसे किस ऋषि ने रचा?
उत्तर: a) शब्दों की व्युत्पत्ति, यास्क
विवरण: निरुक्त वेदांगों में से एक है, जो वैदिक शब्दों की व्युत्पत्ति और अर्थ की व्याख्या करता है। इसे यास्क ने लिखा, जिन्होंने वैदिक शब्दावली को समझने के लिए व्याकरण और भाषाई विश्लेषण का उपयोग किया। अन्य वेदांग जैसे शिक्षा (ध्वनिविज्ञान), व्याकरण (पाणिनि), और ज्योतिष (लगध) अलग-अलग पहलुओं से संबंधित हैं। - प्रश्न: स्मृतियों में मनुस्मृति सामाजिक व्यवस्था को नियंत्रित करती है; यह किस वर्ण को सर्वोच्च स्थान देती है और क्यों?
उत्तर: a) ब्राह्मण, ज्ञान और धर्म के कारण
विवरण: मनुस्मृति हिंदू समाज की सामाजिक और कानूनी व्यवस्था का आधार है। यह ब्राह्मणों को ज्ञान, शिक्षा और धार्मिक अनुष्ठानों के संरक्षक के रूप में सर्वोच्च स्थान देती है। क्षत्रिय शासन, वैश्य व्यापार, और शूद्र सेवा से जुड़े हैं, लेकिन ब्राह्मणों को धर्म और नैतिकता का प्रतीक माना गया। - प्रश्न: पुराणों में ऐतिहासिक और पौराणिक तत्व मिश्रित हैं; कौन सा पुराण चंद्रवंशी और सूर्यवंशी राजवंशों की वंशावली का विस्तृत विवरण देता है?
उत्तर: b) वायु पुराण
विवरण: वायु पुराण अपनी वंशावली और ऐतिहासिक विवरणों के लिए जाना जाता है, जिसमें सूर्यवंशी और चंद्रवंशी राजवंशों का उल्लेख है। विष्णु पुराण भी वंशावली देता है, लेकिन वायु पुराण अधिक विस्तृत और ऐतिहासिक माना जाता है। मत्स्य और भागवत पुराण अधिक धार्मिक हैं। - प्रश्न: महाकाव्य ‘रघुवंश’ में कलिदास ने रघु वंश के किस राजा को विशेष रूप से यशस्वी दिग्विजयी के रूप में चित्रित किया?
उत्तर: b) रघु
विवरण: कलिदास का ‘रघुवंश’ रघु वंश की कहानी है, जिसमें राजा रघु को दिग्विजय और यशस्वी शासक के रूप में चित्रित किया गया है। दिलीप उनके पिता, राम उनके वंशज, और अज उनके पुत्र थे। रघु की विजय यात्राएं काव्य का मुख्य आकर्षण हैं। - प्रश्न: दर्शन शास्त्रों में सांख्य दर्शन का मूल सिद्धांत क्या है, और यह किसके द्वारा प्रतिपादित हुआ?
उत्तर: a) पुरुष-प्रकृति द्वैत, कपिल
विवरण: सांख्य दर्शन, कपिल द्वारा प्रतिपादित, पुरुष (चेतना) और प्रकृति (भौतिकता) के द्वैत पर आधारित है। यह विश्व की उत्पत्ति और मुक्ति को समझाने का प्रयास करता है। अन्य दर्शन जैसे न्याय (गौतम), योग (पतंजलि), और अद्वैत (शंकराचार्य) भिन्न सिद्धांतों पर आधारित हैं। - प्रश्न: उपवेदों में धनुर्वेद का संबंध किससे है, और इसका उपयोग प्राचीन भारत में किस संदर्भ में हुआ?
उत्तर: a) युद्ध कला, सैन्य प्रशिक्षण
विवरण: धनुर्वेद युद्ध कला और सैन्य प्रशिक्षण से संबंधित उपवेद है, जो ऋग्वेद से जुड़ा है। यह धनुष और अन्य हथियारों के उपयोग को सिखाता था। आयुर्वेद चिकित्सा, गंधर्ववेद संगीत, और स्थापत्यवेद वास्तु से संबंधित हैं। - प्रश्न: बौद्ध त्रिपिटक में विनय पिटक का उद्देश्य क्या है, और यह किसके लिए नियम निर्धारित करता है?
उत्तर: a) मठवासी अनुशासन, भिक्षुओं के लिए
विवरण: विनय पिटक त्रिपिटक का हिस्सा है और बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिए मठवासी नियम और अनुशासन निर्धारित करता है। सुत्त पिटक बुद्ध की शिक्षाओं, अभिधम्म पिटक दार्शनिक विश्लेषण, और जातक बुद्ध के पूर्व जन्मों से संबंधित हैं। - प्रश्न: जैन साहित्य में आगम ग्रंथ श्वेतांबर और दिगंबर परंपराओं में भिन्न हैं; श्वेतांबर परंपरा में कितने आगम स्वीकार किए जाते हैं?
उत्तर: b) 45
विवरण: श्वेतांबर जैन परंपरा में 45 आगम ग्रंथ स्वीकार किए जाते हैं, जिनमें 12 अंग, 12 उपांग, और अन्य शामिल हैं। दिगंबर परंपरा में आगमों की संख्या कम है, और वे कुछ ग्रंथों को प्रामाणिक नहीं मानते। - प्रश्न: अर्थशास्त्र में कौटिल्य ने किस प्रकार की अर्थव्यवस्था की वकालत की, और इसका प्रभाव मौर्य साम्राज्य पर कैसे पड़ा?
उत्तर: a) केंद्रीकृत, प्रशासनिक नियंत्रण
विवरण: कौटिल्य का अर्थशास्त्र केंद्रीकृत अर्थव्यवस्था और प्रशासनिक नियंत्रण पर जोर देता है, जिसमें कर, व्यापार, और जासूसी प्रणाली शामिल थी। यह मौर्य साम्राज्य की शक्ति और संगठन का आधार बना। अन्य विकल्प मौर्य व्यवस्था से मेल नहीं खाते। - प्रश्न: विदेशी यात्रियों में मेगस्थनीज ने भारत को ‘इंडिका’ में वर्णित किया; उनकी पुस्तक में मौर्य समाज का कौन सा पहलू विशेष रूप से उजागर हुआ?
उत्तर: a) सामाजिक स्तरीकरण
विवरण: मेगस्थनीज की ‘इंडिका’ में मौर्य समाज के सात वर्गों (जैसे दार्शनिक, किसान, सैनिक) का वर्णन है, जो सामाजिक स्तरीकरण को दर्शाता है। सैन्य, व्यापार, और धार्मिक पहलू भी उल्लिखित हैं, लेकिन सामाजिक संरचना प्रमुख थी।
Pre-Historic Period (A-13 to A-24)
- प्रश्न: पुरापाषाण काल में भारत में सोन घाटी के औजार किस सामग्री से बने थे, और उनकी विशेषता क्या थी?
उत्तर: a) क्वार्टजाइट, बड़े और असभ्य
विवरण: सोन घाटी (मध्य भारत) में पुरापाषाण काल के औजार क्वार्टजाइट पत्थर से बने थे, जो बड़े, भारी, और असभ्य थे, जैसे हैंड-एक्स और क्लीवर। चकमक पत्थर मध्यपाषाण में, तांबा ताम्रपाषाण में, और लोहा बाद में उपयोग हुआ। - प्रश्न: मध्यपाष contará
System: प्रश्न: मध्यपाषाण काल में भीमबेटका की रॉक आर्ट किस प्रकार के दृश्यों को दर्शाती है, और यह सामाजिक जीवन का क्या संकेत देती है?
उत्तर: a) शिकार और नृत्य, सामूहिक जीवन
विवरण: भीमबेटका (मध्य प्रदेश) की रॉक आर्ट मध्यपाषाण काल (लगभग 10,000-2,000 ईसा पूर्व) की है, जो शिकार, नृत्य, और सामुदायिक गतिविधियों को दर्शाती है। यह सामूहिक जीवन और सामाजिक संगठन का संकेत देती है। कृषि और बस्तियां नवपाषाण काल से, युद्ध लौह युग से, और व्यापार बाद के काल से संबंधित हैं।
- प्रश्न: नवपाषाण काल में मेहरगढ़ में किस फसल की खेती के प्रारंभिक प्रमाण मिले, और यह कब तक डेट किया गया है?
उत्तर: a) गेहूं और जौ, 7000 ईसा पूर्व
विवरण: मेहरगढ़ (बलूचिस्तान, पाकिस्तान) नवपाषाण काल का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां गेहूं और जौ की खेती के प्रमाण 7000 ईसा पूर्व से मिले हैं। यह भारत में कृषि की शुरुआत का प्रतीक है। चावल बाद में (लगभग 2500 ईसा पूर्व), दालें और कपास हड़प्पा काल में प्रचलित हुए। - प्रश्न: ताम्रपाषाण काल में अहर संस्कृति की विशेषता क्या थी, और यह किन क्षेत्रों में फैली थी?
उत्तर: a) तांबे के औजार, राजस्थान और मध्य प्रदेश
विवरण: अहर संस्कृति (लगभग 2800-1500 ईसा पूर्व) ताम्रपाषाण काल की थी, जो तांबे के औजारों और काले-लाल बर्तनों के लिए जानी जाती है। यह राजस्थान (अहर, गिलुंड) और मध्य प्रदेश में फैली थी। अन्य विकल्प (लोहा, दक्षिण भारत) इस संस्कृति से मेल नहीं खाते। - प्रश्न: लौह युग में मेगालिथिक दफन प्रथाएं दक्षिण भारत में प्रचलित थीं; इनमें डोलमेन और मेनहिर का उपयोग किसके लिए किया जाता था?
उत्तर: a) स्मारक और दफन
विवरण: दक्षिण भारत में लौह युग (लगभग 1200 ईसा पूर्व से) की मेगालिथिक संस्कृति में डोलमेन (पत्थर की मेज जैसे) और मेनहिर (खड़े पत्थर) दफन और स्मारक के लिए उपयोग होते थे। ये मृतकों की स्मृति और सामाजिक स्थिति को दर्शाते थे। अन्य विकल्प इस संदर्भ में उपयुक्त नहीं हैं। - प्रश्न: बुर्जाहोम स्थल पर नवपाषाण काल की कौन सी अनूठी विशेषता मिली, जो उत्तरी भारत में असामान्य थी?
उत्तर: a) गड्ढा आवास
विवरण: बुर्जाहोम (कश्मीर) में नवपाषाण काल (लगभग 3000-1500 ईसा पूर्व) के गड्ढा आवास मिले, जो ठंडे मौसम के अनुकूल थे। यह उत्तरी भारत में असामान्य था, जहां सामान्यतः मिट्टी के घर प्रचलित थे। किलेबंदी, मूर्तिकला, और सिक्के बाद के काल से संबंधित हैं। - प्रश्न: प्रागैतिहासिक स्थल लोथल में हड़प्पा-पूर्व अवशेष मिले हैं; यह किस काल से संबंधित हैं?
उत्तर: a) ताम्रपाषाण
विवरण: लोथल (गुजरात) में हड़प्पा-पूर्व ताम्रपाषाण अवशेष (लगभग 3000 ईसा पूर्व) मिले हैं, जो हड़प्पा सभ्यता की प्रारंभिक अवस्था को दर्शाते हैं। नवपाषाण और मध्यपाषाण इससे पुराने हैं, जबकि पुरापाषाण बहुत प्राचीन है। - प्रश्न: लौह युग में हल्लुर स्थल पर लोहे की गलन के प्रारंभिक प्रमाण मिले; यह कब तक डेट किया गया है?
उत्तर: a) 1200 ईसा पूर्व
विवरण: हल्लुर (कर्नाटक) में लौह युग (लगभग 1200 ईसा पूर्व) की शुरुआत के प्रमाण मिले, जिसमें लोहे की गलन और औजार शामिल हैं। यह भारत में लौह प्रौद्योगिकी का प्रारंभिक चरण है। अन्य तिथियां इस संदर्भ में सटीक नहीं हैं। - प्रश्न: प्रागैतिहासिक भारत में काले-और-लाल वेयर बर्तनों का उपयोग किस संस्कृति में प्रमुख था?
उत्तर: c) दोनों (जोरवे और मालवा संस्कृति)
विवरण: काले-और-लाल वेयर बर्तन ताम्रपाषाण काल में जोरवे (महाराष्ट्र) और मालवा (मध्य प्रदेश) संस्कृतियों में प्रमुख थे। ये बर्तन उनके सौंदर्य और उपयोगिता के लिए प्रसिद्ध थे। कायथा संस्कृति में भी इसका उपयोग था, लेकिन जोरवे और मालवा अधिक प्रचलित हैं। - प्रश्न: मेगालिथिक संस्कृति में दक्षिण भारत में पाए गए लौह उपकरणों का उपयोग मुख्य रूप से किस लिए था?
उत्तर: a) कृषि और युद्ध
विवरण: दक्षिण भारत की मेगालिथिक संस्कृति (लगभग 1200-300 ईसा पूर्व) में लौह उपकरणों का उपयोग कृषि (हल, कुदाल) और युद्ध (हथियार) के लिए था। व्यापार, मूर्तिकला, और धार्मिक अनुष्ठान में इनका उपयोग सीमित था। - प्रश्न: तक्षशिला एक बहु-अवधि स्थल है; यह किस काल से ऐतिहासिक महत्व रखता है?
उत्तर: c) लौह युग से मध्यकाल तक
विवरण: तक्षशिला (पाकिस्तान) एक बहु-अवधि स्थल है, जो लौह युग (लगभग 1000 ईसा पूर्व) से मध्यकाल तक महत्वपूर्ण रहा। यह शिक्षा (विश्वविद्यालय), व्यापार, और संस्कृति का केंद्र था। अन्य विकल्प पूर्ण काल को कवर नहीं करते। - प्रश्न: प्रागैतिहासिक रॉक आर्ट में भीमबेटका की गुफाएं किन सामाजिक गतिविधियों को दर्शाती हैं, और यह किस काल से संबंधित हैं?
उत्तर: a) शिकार और सामुदायिक जीवन, मध्यपाषाण
विवरण: भीमबेटका की रॉक आर्ट मध्यपाषाण काल (10,000-2,000 ईसा पूर्व) की है, जो शिकार, नृत्य, और सामुदायिक जीवन को दर्शाती है। यह सामाजिक संगठन और कला की प्रारंभिक अभिव्यक्ति को दर्शाता है। अन्य विकल्प बाद के काल से संबंधित हैं।
Indus Valley Civilization (A-25 to A-40)
- प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता की खोज में राखीगढ़ी को हाल के उत्खननों में सबसे बड़ा स्थल माना गया है; यह किस राज्य में है?
उत्तर: a) हरियाणा
विवरण: राखीगढ़ी (हरियाणा) को हाल के उत्खननों (2010 के बाद) में हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल माना गया, जो मोहनजो-दारो और हड़प्पा से बड़ा है। यह सभ्यता की शहरी योजना और सामाजिक जटिलता को दर्शाता है। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता का भौगोलिक विस्तार कितने वर्ग किलोमीटर में फैला था, और इसका केंद्र कहां था?
उत्तर: a) 1.5 मिलियन, घग्गर-हकरा
विवरण: हड़प्पा सभ्यता का विस्तार लगभग 1.5 मिलियन वर्ग किलोमीटर था, जो सूटकागेंडोर (पश्चिम) से आलमगीरपुर (पूर्व) तक फैला था। इसका केंद्र घग्गर-हकरा नदी प्रणाली थी, जिसे सरस्वती नदी माना जाता है। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता की उत्पत्ति के लिए मेहरगढ़ को प्रारंभिक केंद्र माना जाता है; यह किस काल से संबंधित है?
उत्तर: a) नवपाषाण, 7000 ईसा पूर्व
विवरण: मेहरगढ़ (बलूचिस्तान) नवपाषाण काल (7000 ईसा पूर्व) का स्थल है, जो हड़प्पा सभ्यता की प्रारंभिक अवस्था को दर्शाता है। यह कृषि और पशुपालन का प्रारंभिक केंद्र था। अन्य काल इससे मेल नहीं खाते। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता के निर्माता प्रोटो-द्रविड़ियन माने जाते हैं; यह निष्कर्ष किसके आधार पर निकाला गया?
उत्तर: a) भाषाई और पुरातात्विक साक्ष्य
विवरण: हड़प्पा सभ्यता के निर्माता प्रोटो-द्रविड़ियन माने जाते हैं, जो भाषाई विश्लेषण (लिपि और द्रविड़ भाषा समानता) और पुरातात्विक साक्ष्यों (सामाजिक संरचना) पर आधारित है। सिक्के और मूर्तियां इस संदर्भ में पर्याप्त नहीं हैं। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता में नियोजित शहरीकरण की विशेषता थी; मोहनजो-दारो में ‘ग्रेट बाथ’ का क्या उद्देश्य माना जाता है?
उत्तर: a) धार्मिक अनुष्ठान
विवरण: मोहनजो-दारो का ‘ग्रेट बाथ’ एक बड़ा, जलरोधी संरचना है, जिसे धार्मिक अनुष्ठानों (संभवतः स्नान संस्कार) के लिए उपयोग माना जाता है। जल भंडारण, स्वच्छता, और व्यापार अन्य संभावित उपयोग हैं, लेकिन धार्मिक महत्व प्रमुख है। - प्रश्न: लोथल में पाया गया डॉकयार्ड हड़प्पा सभ्यता के किस पहलू को उजागर करता है?
उत्तर: a) समुद्री व्यापार
विवरण: लोथल (गुजरात) का डॉकयार्ड हड़प्पा सभ्यता के समुद्री व्यापार का प्रमाण है, जो मेसोपोटामिया और अन्य क्षेत्रों से संबंध दर्शाता है। यह सभ्यता की आर्थिक उन्नति को उजागर करता है। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता में मानकीकृत वजन प्रणाली किस अनुपात पर आधारित थी, और इसका उपयोग किस लिए था?
उत्तर: a) बाइनरी, व्यापार
विवरण: हड़प्पा सभ्यता में वजन प्रणाली बाइनरी अनुपात (1:2:4:8) पर आधारित थी, जिसका उपयोग व्यापार और माप में होता था। यह उनकी आर्थिक प्रणाली की जटिलता को दर्शाता है। - प्रश्न: हड़प्पा लिपि को अभी तक डीकोड क्यों नहीं किया जा सका है, और इसका लेखन दिशा क्या है?
उत्तर: a) प्रतीकों की जटिलता, दाएं से बाएं
विवरण: हड़प्पा लिपि की जटिलता, प्रतीकों की विविधता, और पर्याप्त दीर्घ ग्रंथों की कमी के कारण इसे डीकोड नहीं किया गया। यह सामान्यतः दाएं से बाएं लिखी जाती थी, जैसा कि मुहरों पर देखा गया। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता का मेसोपोटामिया से व्यापारिक संबंध था; सुसा में पाई गई मुहरें किस सामग्री की थीं?
उत्तर: a) स्टीटाइट
विवरण: हड़प्पा की मुहरें स्टीटाइट (सोपस्टोन) से बनी थीं, जो सुसा (मेसोपोटामिया) में पाई गईं। यह हड़प्पा और मेसोपोटामिया के बीच व्यापारिक संबंधों का प्रमाण है। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता के पतन का जलवायु परिवर्तन सिद्धांत घग्गर-हकरा नदी से कैसे संबंधित है?
उत्तर: a) नदी का सूखना
विवरण: जलवायु परिवर्तन सिद्धांत के अनुसार, घग्गर-हकरा (संभावित सरस्वती) नदी का सूखना हड़प्पा सभ्यता के पतन का प्रमुख कारण था। यह कृषि और शहरी जीवन को प्रभावित करता था। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता के उत्तरजीविता के प्रमाण कब्रिस्तान H संस्कृति में मिलते हैं; यह किस प्रथा को दर्शाता है?
उत्तर: a) दाह संस्कार
विवरण: कब्रिस्तान H संस्कृति (हड़प्पा में) दाह संस्कार प्रथाओं को दर्शाती है, जो हड़प्पा सभ्यता के बाद की अवस्था और वैदिक प्रभाव को संकेत देती है। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता में धोलावीरा की जल प्रबंधन प्रणाली किस प्रकार की थी?
उत्तर: a) जटिल जलाशय और नहरें
विवरण: धोलावीरा (गुजरात) में जटिल जलाशय और नहर प्रणाली थी, जो जल संरक्षण और प्रबंधन को दर्शाती है। यह हड़प्पा की उन्नत इंजीनियरिंग का प्रमाण है। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता में पशुपति मुहर किस धार्मिक विश्वास को दर्शाती है?
उत्तर: a) प्रोटो-शिव पूजा
विवरण: पशुपति मुहर (मोहनजो-दारो) में एक योगी-जैसी आकृति पशुओं से घिरी है, जो प्रोटो-शिव पूजा (शिव के प्रारंभिक रूप) को दर्शाती है। वैदिक यज्ञ और सूर्य पूजा इससे मेल नहीं खाते। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता में कालीबंगन में पाए गए ‘अग्निकुंड’ किसके लिए महत्वपूर्ण हैं?
उत्तर: a) धार्मिक अनुष्ठान
विवरण: कालीबंगन (राजस्थान) में अग्निकुंड धार्मिक अनुष्ठानों (संभवतः यज्ञ) के लिए उपयोग होते थे, जो हड़प्पा सभ्यता की धार्मिक प्रथाओं को दर्शाते हैं। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता में व्यापारिक वस्तुओं में कार्नेलियन मोतियों का निर्यात कहां होता था?
उत्तर: a) मेसोपोटामिया
विवरण: कार्नेलियन मोतियां हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख निर्यात वस्तु थीं, जो मेसोपोटामिया (उर, सुसा) में पाई गईं। यह उनके व्यापारिक नेटवर्क को दर्शाता है। - प्रश्न: हड़प्पा सभ्यता के पतन के लिए आर्य आक्रमण सिद्धांत को अब क्यों खारिज किया जाता है?
उत्तर: a) पुरातात्विक साक्ष्य की कमी
विवरण: आर्य आक्रमण सिद्धांत को पुरातात्विक साक्ष्य (विनाश के कोई प्रमाण नहीं) और हाल के अध्ययनों (जैसे R1a1 जीन विश्लेषण) के आधार पर खारिज किया गया है। जलवायु और नदी सूखना अधिक स्वीकार्य कारण हैं।
The Vedic Age (A-41 to A-54)
- प्रश्न: आर्यों का भारत में आगमन किस सिद्धांत से समर्थित है, और इसका प्रमाण क्या है?
उत्तर: a) कुरगन, भाषाई समानता
विवरण: कुरगन सिद्धांत आर्यों के मध्य एशिया से भारत आने का समर्थन करता है, जो इंडो-यूरोपीय भाषाओं की समानता पर आधारित है। स्वदेशी सिद्धांत और घोड़ा प्रमाण पूरक हैं, लेकिन कुरगन प्रमुख है। - प्रश्न: ऋग्वेद में सरस्वती नदी को ‘नदितमा’ कहा गया; इसका आधुनिक समकक्ष क्या माना जाता है?
उत्तर: a) घग्गर-हकरा
विवरण: ऋग्वेद में सरस्वती को ‘नदितमा’ (सर्वश्रेष्ठ नदी) कहा गया, जिसे पुरातात्विक और भौगोलिक साक्ष्य घग्गर-हकरा नदी से जोड़ते हैं। अन्य नदियां वैदिक संदर्भ से मेल नहीं खातीं। - प्रश्न: प्रारंभिक वैदिक राजव्यवस्था में ‘विश’ क्या थी, और इसका नेतृत्व कौन करता था?
उत्तर: a) जनजातीय इकाई, विशपति
विवरण: प्रारंभिक वैदिक काल में ‘विश’ जनजातीय इकाई थी, जिसका नेतृत्व विशपति करता था। ग्राम और ग्रामणी बाद के हैं, जबकि सभा और समिति सामूहिक निकाय थे। - प्रश्न: ऋग्वेद में ‘गविष्टि’ का अर्थ युद्ध है; यह किसके लिए प्राय: लड़ा जाता था?
उत्तर: a) गायें
विवरण: ‘गविष्टि’ (गायों की खोज) ऋग्वेद में युद्ध का पर्याय है, जो मुख्य रूप से गायों (धन का प्रतीक) के लिए लड़ा जाता था। भूमि और स्वर्ण बाद के काल में महत्वपूर्ण हुए। - प्रश्न: प्रारंभिक वैदिक अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पशुपालन पर आधारित थी; प्रमुख पशु क्या था?
उत्तर: a) गाय
विवरण: प्रारंभिक वैदिक अर्थव्यवस्था पशुपालन पर आधारित थी, जिसमें गाय धन और सामाजिक स्थिति का प्रतीक थी। घोड़ा युद्ध में, भैंस और बकरी कम महत्वपूर्ण थे। - प्रश्न: प्रारंभिक वैदिक काल में महिलाओं की स्थिति कैसी थी, और इसका प्रमाण क्या है?
उत्तर: a) स्वतंत्र, सभा में भागीदारी
विवरण: प्रारंभिक वैदिक काल में महिलाएं सभा और समिति में भाग लेती थीं, जैसे लोपमुद्रा और घोषा। यह उनकी सामाजिक स्वतंत्रता को दर्शाता है, जो उत्तर वैदिक काल में कम हुई। - प्रश्न: ऋग्वेद में इंद्र को किस प्रकार का देवता माना गया, और उनकी प्रमुख विशेषता क्या थी?
उत्तर: a) युद्ध और वर्षा, वज्रधारी
विवरण: ऋग्वेद में इंद्र युद्ध और वर्षा के देवता हैं, जिन्हें वज्रधारी (वज्र का उपयोगकर्ता) कहा गया। वे वृत्र का वध करने के लिए प्रसिद्ध हैं। अन्य देवता अलग भूमिकाओं से जुड़े हैं। - प्रश्न: उत्तर वैदिक काल में भौगोलिक विस्तार गंगा-यमुना दोआब तक हुआ; इसका प्रमाण किस ग्रंथ में है?
उत्तर: a) शतपथ ब्राह्मण
विवरण: शतपथ ब्राह्मण उत्तर वैदिक काल (लगभग 1000-600 ईसा पूर्व) का ग्रंथ है, जो आर्यों के गंगा-यमुना दोआब में विस्तार को दर्शाता है। ऋग्वेद मुख्य रूप से पंजाब से संबंधित है। - प्रश्न: उत्तर वैदिक काल में शिक्षा प्रणाली का आधार क्या था, और इसका केंद्र कौन था?
उत्तर: a) गुरुकुल, गुरु
विवरण: उत्तर वैदिक काल में गुरुकुल प्रणाली शिक्षा का आधार थी, जिसमें गुरु शिष्यों को वैदिक ज्ञान, दर्शन, और अनुष्ठान सिखाते थे। मंदिर और सभा इस संदर्भ में उपयुक्त नहीं हैं। - प्रश्न: उत्तर वैदिक राजव्यवस्था में राजा की शक्ति बढ़ी; इसका प्रमाण किस अनुष्ठान में है?
उत्तर: a) राजसूय
विवरण: राजसूय अनुष्ठान उत्तर वैदिक काल में राजा की शक्ति और वैधता को स्थापित करने के लिए किया जाता था। अश्वमेध और वाजपेय भी महत्वपूर्ण थे, लेकिन राजसूय राजत्व का प्रतीक था। - प्रश्न: उत्तर वैदिक अर्थव्यवस्था में लोहे के हल का उपयोग किसके लिए प्रारंभ हुआ?
उत्तर: a) गहन कृषि
विवरण: उत्तर वैदिक काल में लोहे के हल ने गहन कृषि को बढ़ावा दिया, जिससे गंगा के मैदानों में खेती का विस्तार हुआ। युद्ध और निर्माण में लोहा बाद में प्रमुख हुआ। - प्रश्न: उत्तर वैदिक समाज में वर्ण व्यवस्था कठोर हुई; शूद्रों को किस कार्य से जोड़ा गया?
उत्तर: a) सेवा और श्रम
विवरण: उत्तर वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था कठोर हुई, और शूद्रों को सेवा और श्रमिक कार्यों से जोड़ा गया। ब्राह्मण, क्षत्रिय, और वैश्य क्रमशः ज्ञान, शासन, और व्यापार से जुड़े थे। - प्रश्न: हिंदू संस्कारों में ‘उपनयन’ का महत्व क्या था, और यह किसके लिए था?
उत्तर: a) शिक्षा प्रारंभ, द्विज वर्ण
विवरण: उपनयन संस्कार शिक्षा और वैदिक अध्ययन की शुरुआत का प्रतीक था, जो द्विज वर्णों (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य) के लिए था। यह सामान्यतः यज्ञोपवीत धारण के साथ होता था। - प्रश्न: हड़प्पा और वैदिक संस्कृति में मूल अंतर क्या था, जो उनके जीवन शैली को दर्शाता है?
उत्तर: a) शहरी बनाम ग्रामीण
विवरण: हड़प्पा सभ्यता शहरी थी, जिसमें नियोजित शहर और व्यापार प्रणाली थी, जबकि वैदिक संस्कृति ग्रामीण और पशुपालन आधारित थी। अन्य अंतर (मूर्ति पूजा, यज्ञ) भी हैं, लेकिन जीवनशैली का अंतर प्रमुख है।
Emergence of Mahajanpadas and Magadha (A-55 to A-62)
- प्रश्न: महाजनपदों का उदय 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ; इसका प्रमुख कारण क्या था?
उत्तर: a) लोहे का उपयोग और शहरीकरण
विवरण: महाजनपदों (लगभग 600 ईसा पूर्व) का उदय लोहे के औजारों (कृषि और युद्ध) और शहरीकरण के कारण हुआ। वैदिक यज्ञ और विदेशी आक्रमण इस संदर्भ में प्रासंगिक नहीं हैं। - प्रश्न: मगध के उदय में भौगोलिक स्थिति का योगदान क्या था?
उत्तर: a) नदियां और खनिज
विवरण: मगध की रणनीतिक स्थिति (गंगा नदी) और लौह खनिजों की उपलब्धता ने इसके उदय में योगदान दिया। समुद्री तट और रेगिस्तान मगध से संबंधित नहीं हैं। - प्रश्न: वज्जि एक गणराज्य था; इसकी शक्ति का आधार क्या था?
उत्तर: a) लिच्छवि संघ
विवरण: वज्जि एक गणराज्य था, जिसकी शक्ति लिच्छवि और अन्य कबीलों के संघ पर आधारित थी। यह सामूहिक शासन और सैन्य संगठन के लिए जाना जाता था। - प्रश्न: महाजनपदों में आर्थिक विकास में पंच-चिह्नित सिक्कों का क्या योगदान था?
उत्तर: a) व्यापार सरलीकरण
विवरण: पंच-चिह्नित सिक्के (6वीं शताब्दी ईसा पूर्व) ने व्यापार को सरल बनाया और आर्थिक लेन-देन को मानकीकृत किया। यह महाजनपदों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण था। - प्रश्न: सामाजिक जीवन में अस्पृश्यता का उदय किस काल में प्रारंभ हुआ?
उत्तर: a) महाजनपद काल
विवरण: अस्पृश्यता की शुरुआत महाजनपद काल (6वीं शताब्दी ईसा पूर्व) में हुई, जब वर्ण व्यवस्था और सामाजिक असमानता बढ़ी। यह बाद के कालों में और कठोर हुई। - प्रश्न: नई धर्मों (जैन और बौद्ध) का उदय किसके विरुद्ध प्रतिक्रिया था?
उत्तर: a) वैदिक कर्मकांड और वर्ण व्यवस्था
विवरण: जैन और बौद्ध धर्म वैदिक कर्मकांडों की जटिलता और वर्ण व्यवस्था की कठोरता के खिलाफ प्रतिक्रिया के रूप में उभरे। ये सामाजिक समानता और सरलता पर जोर देते थे। - प्रश्न: 16 महाजनपदों में से गांधार की स्थिति कहां थी, और यह किसके लिए प्रसिद्ध था?
उत्तर: a) उत्तर-पश्चिम, शिक्षा (तक्षशिला)
विवरण: गांधार (उत्तर-पश्चिम भारत, वर्तमान पाकिस्तान) तक्षशिला विश्वविद्यालय के लिए प्रसिद्ध था, जो प्राचीन भारत का प्रमुख शैक्षिक केंद्र था। - प्रश्न: मगध के हर्यंक वंश का संस्थापक बिंबिसार था; उसने किस नीति से मगध को शक्तिशाली बनाया?
उत्तर: a) विवाह और विजय
विवरण: बिंबिसार (हर्यंक वंश) ने विवाह गठजोड़ (कोसल, लिच्छवि) और सैन्य विजय (अंग) के माध्यम से मगध को शक्तिशाली बनाया। यह रणनीति मगध के उदय का आधार थी।
Religious Revolution (A-63 to A-85)
- प्रश्न: जैन धर्म के संस्थापक वर्धमान महावीर का जन्म कहां हुआ, और वे किस वंश से थे?
उत्तर: a) वैशाली, क्षत्रिय
विवरण: वर्धमान महावीर (599-527 ईसा पूर्व) का जन्म वैशाली (बिहार) में हुआ, और वे क्षत्रिय वंश (ज्ञातृक) से थे। अन्य विकल्प उनके जीवन से मेल नहीं खाते। - प्रश्न: महावीर की शिक्षाओं में अहिंसा का स्थान सर्वोच्च था; इसे लागू करने का उनका तरीका क्या था?
उत्तर: a) चरम तप और संयम
विवरण: महावीर ने अहिंसा को चरम तप और संयम (जैसे नग्नता, उपवास) के माध्यम से लागू किया। यह जैन धर्म की कठोर जीवनशैली का आधार था। - प्रश्न: जैन त्रिरत्न में सम्यक चारित्र का अर्थ क्या है?
उत्तर: a) सही आचरण
विवरण: जैन त्रिरत्न में सम्यक चारित्र (सही आचरण), सम्यक ज्ञान (सही ज्ञान), और सम्यक दर्शन (सही विश्वास) शामिल हैं। यह मुक्ति का मार्ग है। - प्रश्न: जैन धर्म में दिगंबर और श्वेतांबर संप्रदायों का विभाजन किस आधार पर हुआ?
उत्तर: a) वस्त्र और तप के नियम
विवरण: दिगंबर (नग्न) और श्वेतांबर (श्वेत वस्त्र) का विभाजन वस्त्र धारण और तप के नियमों पर हुआ। दिगंबर नग्नता को अनिवार्य मानते थे, जबकि श्वेतांबर नहीं। - प्रश्न: जैन दर्शन में अनेकांतवाद किस सिद्धांत को दर्शाता है?
उत्तर: a) सत्य की बहु-पक्षीयता
विवरण: अनेकांतवाद जैन दर्शन का मूल सिद्धांत है, जो सत्य को बहु-पक्षीय और सापेक्ष मानता है। यह सहिष्णुता और दृष्टिकोण की विविधता को प्रोत्साहित करता है। - प्रश्न: प्रथम जैन परिषद पाटलिपुत्र में हुई; इसका उद्देश्य क्या था?
उत्तर: a) आगमों का संकलन
विवरण: प्रथम जैन परिषद (लगभग 300 ईसा पूर्व) पाटलिपुत्र में हुई, जिसका उद्देश्य जैन आगमों का संकलन और संरक्षण था। यह श्वेतांबर परंपरा से जुड़ा है। - प्रश्न: बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य में ‘मग्ग’ का अर्थ क्या है?
उत्तर: a) अष्टांगिक मार्ग
विवरण: चार आर्य सत्य (दुख, दुख का कारण, दुख का निवारण, मार्ग) में ‘मग्ग’ अष्टांगिक मार्ग है, जो नैतिकता, ध्यान, और प्रज्ञा पर आधारित है। - प्रश्न: बुद्ध की शिक्षाओं में अनत्ता सिद्धांत का क्या महत्व है?
उत्तर: a) आत्मा की अनुपस्थिति
विवरण: अनत्ता (अनात्मा) बौद्ध दर्शन का मूल सिद्धांत है, जो स्थायी आत्मा की अनुपस्थिति को दर्शाता है। यह वैदिक आत्मा सिद्धांत के विपरीत है। - प्रश्न: बौद्ध परिषदों में तृतीय परिषद अशोक के संरक्षण में कहां हुई?
उत्तर: a) पाटलिपुत्र
विवरण: तृतीय बौद्ध परिषद (लगभग 250 ईसा पूर्व) अशोक के संरक्षण में पाटलिपुत्र में हुई, जहां त्रिपिटक को संकलित किया गया। - प्रश्न: बौद्ध साहित्य में ‘मिलिंदपन्हो’ में किस यूनानी राजा और बौद्ध भिक्षु के बीच संवाद है?
उत्तर: a) मेनंदर और नागसेन
विवरण: ‘मिलिंदपन्हो’ में इंडो-ग्रीक राजा मेनंदर (मिलिंद) और बौद्ध भिक्षु नागसेन के बीच दार्शनिक संवाद है, जो बौद्ध सिद्धांतों को स्पष्ट करता है। - प्रश्न: बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय ने किस आदर्श को अपनाया?
उत्तर: a) बोधिसत्व
विवरण: महायान संप्रदाय ने बोधिसत्व आदर्श को अपनाया, जिसमें सभी प्राणियों की मुक्ति के लिए स्वयं का त्याग शामिल है। हीनयान अर्हत पर केंद्रित है। - प्रश्न: जैन और बौद्ध धर्म में प्रमुख अंतर क्या था?
उत्तर: a) चरम तप बनाम मध्य मार्ग
विवरण: जैन धर्म चरम तप और संयम पर जोर देता है, जबकि बौद्ध धर्म मध्य मार्ग (मध्यम मार्ग) को अपनाता है। यह उनकी दार्शनिक और प्रायोगिक भिन्नता है। - प्रश्न: बौद्ध धर्म के प्रसार में अशोक की भूमिका क्या थी?
उत्तर: a) मिशन और शिलालेख
विवरण: अशोक ने बौद्ध धर्म को मिशनों (जैसे श्रीलंका में महिंद) और शिलालेखों (धम्म का प्रचार) के माध्यम से फैलाया। यह उनके धम्म नीति का हिस्सा था। - प्रश्न: जैन धर्म के पतन का एक कारण हिंदू पुनरुत्थान था; यह किस काल में प्रमुख हुआ?
उत्तर: a) गुप्त काल
विवरण: गुप्त काल (4वीं-6वीं शताब्दी) में वैष्णव और शैव धर्मों का पुनरुत्थान हुआ, जिसने जैन धर्म को प्रभावित किया। शुंग और कुषाण काल में भी प्रभाव था, लेकिन गुप्त काल प्रमुख था। - प्रश्न: बौद्ध धर्म के पतन में मुस्लिम आक्रमणों की भूमिका थी; कौन सा बौद्ध केंद्र नष्ट हुआ?
उत्तर: c) दोनों (नालंदा और तक्षशिला)
विवरण: मुस्लिम आक्रमणों (12वीं शताब्दी) ने नालंदा और तक्षशिला जैसे बौद्ध केंद्रों को नष्ट किया, जिससे बौद्ध धर्म का पतन हुआ। - प्रश्न: वैष्णववाद में भक्ति का प्रारंभ दक्षिण भारत में किसके द्वारा हुआ?
उत्तर: a) अलवार संत
विवरण: अलवार संत (6वीं-9वीं शताब्दी) ने दक्षिण भारत में वैष्णव भक्ति को बढ़ावा दिया। नयनार शैव भक्ति से, जबकि शंकराचार्य और रामानुज बाद के दार्शनिक थे। - प्रश्न: शैववाद में कश्मीर शैववाद का दर्शन किस पर आधारित था?
उत्तर: a) त्रिक दर्शन
विवरण: कश्मीर शैववाद त्रिक दर्शन पर आधारित है, जो शिव की सर्वोच्चता और विश्व की एकता को मानता है। अद्वैत, विशिष्टाद्वैत, और द्वैत वैष्णव दर्शन हैं। - प्रश्न: तांत्रिकवाद में बौद्ध और हिंदू प्रथाओं का मिश्रण हुआ; इसका एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: c) दोनों (वज्रयान और शाक्तवाद)
विवरण: तांत्रिकवाद में बौद्ध (वज्रयान) और हिंदू (शाक्तवाद) प्रथाओं का मिश्रण हुआ, जिसमें गूढ़ अनुष्ठान और मंत्र शामिल थे। - प्रश्न: जैन वास्तुकला में उदयगिरि-खंडगिरि गुफाएं किस राजा के संरक्षण में बनीं?
उत्तर: a) खारवेल
विवरण: उदयगिरि-खंडगिरि गुफाएं (ओडिशा) खारवेल (कलिंग के चेदि राजा) के संरक्षण में 1वीं शताब्दी ईसा पूर्व में बनीं। अन्य शासक इस संदर्भ से संबंधित नहीं हैं। - प्रश्न: बौद्ध साहित्य में ‘जातक’ कहानियां किससे संबंधित हैं?
उत्तर: a) बुद्ध के पूर्व जन्म
विवरण: जातक कहानियां बुद्ध के पूर्व जन्मों की नैतिक कथाएं हैं, जो बौद्ध साहित्य का हिस्सा हैं। ये शिक्षण और प्रचार के लिए थीं। - प्रश्न: जैन धर्म में तीन रत्नों का क्या महत्व है, और वे किससे संबंधित हैं?
उत्तर: a) मुक्ति, आचरण-ज्ञान-विश्वास
विवरण: जैन त्रिरत्न (सम्यक दर्शन, ज्ञान, चारित्र) मुक्ति का मार्ग हैं, जो नैतिक और आध्यात्मिक जीवन को दिशा देते हैं। - प्रश्न: बौद्ध धर्म के प्रसार में श्रीलंका में महिंद की भूमिका क्या थी?
उत्तर: a) बौद्ध मिशनरी
विवरण: महिंद, अशोक के पुत्र, ने श्रीलंका में बौद्ध धर्म का प्रसार किया। वे मिशनरी के रूप में वहां गए और धर्म को स्थापित किया। - प्रश्न: हिंदू पुनरुत्थान में भागवतवाद ने किस देवता की भक्ति पर बल दिया?
उत्तर: a) विष्णु
विवरण: भागवतवाद (वैष्णववाद) विष्णु और उनके अवतारों (राम, कृष्ण) की भक्ति पर केंद्रित था। यह हिंदू पुनरुत्थान का प्रमुख हिस्सा था।
Mauryan Empire (A-86 to A-100)
- प्रश्न: मौर्य साम्राज्य के स्रोतों में अशोक के शिलालेख किस भाषा और लिपि में थे?
उत्तर: a) प्राकृत, ब्राह्मी
विवरण: अशोक के शिलालेख प्राकृत भाषा और ब्राह्मी लिपि में थे। कुछ क्षेत्रों (उत्तर-पश्चिम) में खरोष्ठी लिपि भी प्रयोग हुई। - प्रश्न: चंद्रगुप्त मौर्य ने सेल्यूकस को हराया; इस विजय का परिणाम क्या था?
उत्तर: a) संधि और वैवाहिक गठजोड़
विवरण: चंद्रगुप्त ने सेल्यूकस को हराकर संधि की, जिसमें क्षेत्र (उत्तर-पश्चिम) और वैवाहिक गठजोड़ (सेल्यूकस की पुत्री) शामिल थे। - प्रश्न: बिंदुसार को यूनानी स्रोतों में किस नाम से जाना जाता था, और उसका शासनकाल कैसा था?
उत्तर: a) अमित्रघात, स्थिर
विवरण: बिंदुसार को यूनानी स्रोतों में अमित्रघात (शत्रु-नाशक) कहा गया। उनका शासनकाल स्थिर था, जिसमें मौर्य साम्राज्य का विस्तार और स्थिरता बनी रही। - प्रश्न: अशोक के धम्म का आधार क्या था, और इसे कैसे लागू किया गया?
उत्तर: a) नैतिकता, शिलालेख और मिशन
विवरण: अशोक का धम्म नैतिकता, सहिष्णुता, और अहिंसा पर आधारित था। इसे शिलालेखों (धम्म नीति) और मिशनों (श्रीलंका, पश्चिम एशिया) के माध्यम से लागू किया गया। - प्रश्न: अशोक के समकालीनों में एंटीओकस II किस क्षेत्र का शासक था?
उत्तर: a) सीरिया
विवरण: एंटीओकस II सेल्यूकिद साम्राज्य (सीरिया) का शासक था, जिसके साथ अशोक के राजनयिक संबंध थे। - प्रश्न: मौर्य प्रशासन में ‘कुमार’ की भूमिका क्या थी?
उत्तर: a) प्रांतीय गवर्नर
विवरण: मौर्य प्रशासन में ‘कुमार’ प्रांतों (जैसे तक्षशिला, उज्जैन) के गवर्नर थे, जो राजा के प्रतिनिधि थे। - प्रश्न: मौर्य काल में व्यापारिक विकास में किस बंदरगाह का महत्व था?
उत्तर: c) दोनों (तम्रलिप्ति और भृगुकच्छ)
विवरण: तम्रलिप्ति (बंगाल) और भृगुकच्छ (गुजरात) मौर्य काल में प्रमुख बंदरगाह थे, जो व्यापार को बढ़ावा देते थे। - प्रश्न: मौर्य कला में अशोक के स्तंभों की शैली किस प्रभाव को दर्शाती है?
उत्तर: a) फारसी-यूनानी
विवरण: अशोक के स्तंभों (जैसे सारनाथ) की शैली फारसी (एकेमेनिड) और यूनानी प्रभाव को दर्शाती है, विशेष रूप से उनके शीर्ष और पॉलिश में। - प्रश्न: मौर्य साम्राज्य के पतन का एक कारण क्या था?
उत्तर: a) कमजोर उत्तराधिकारी और सामंतवाद
विवरण: मौर्य साम्राज्य का पतन कमजोर उत्तराधिकारियों (बृहद्रथ) और सामंतवादी संरचना के उदय के कारण हुआ। विदेशी आक्रमण बाद में प्रभावी हुए। - प्रश्न: मौर्य प्रशासन में ‘धम्म महामात्य’ की भूमिका क्या थी?
उत्तर: a) धम्म का प्रचार
विवरण: धम्म महामात्य अशोक द्वारा नियुक्त अधिकारी थे, जो धम्म नीति के प्रचार और कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार थे। - प्रश्न: मौर्य काल में धार्मिक सहिष्णुता का प्रमाण क्या है?
उत्तर: a) बौद्ध, जैन, और आजीवक संरक्षण
विवरण: अशोक ने बौद्ध, जैन, और आजीवक धर्मों को संरक्षण दिया, जो उनके शिलालेखों में उल्लिखित है। यह उनकी सहिष्णुता नीति का हिस्सा था। - प्रश्न: मौर्य काल में उद्योग में किस धातु का उपयोग बढ़ा?
उत्तर: a) लोहा
विवरण: मौर्य काल में लोहे का उपयोग (हथियार, औजार) बढ़ा, जिसने सैन्य और कृषि विकास को बढ़ावा दिया। - प्रश्न: अशोक के शिलालेखों में कलिंग युद्ध का उल्लेख किस संदर्भ में है?
उत्तर: a) पश्चाताप और धम्म
विवरण: अशोक के शिलालेख (विशेष रूप से 13वां प्रमुख शिलालेख) में कलिंग युद्ध के बाद उनके पश्चाताप और धम्म अपनाने का उल्लेख है। - प्रश्न: मौर्य साम्राज्य में केंद्रीकृत प्रशासन का आधार क्या था?
उत्तर: a) मंत्रिपरिषद और जासूस
विवरण: मौर्य प्रशासन केंद्रीकृत था, जिसमें मंत्रिपरिषद (मंत्री) और जासूस (गुप्तचर) महत्वपूर्ण थे। यह कौटिल्य के अर्थशास्त्र पर आधारित था। - प्रश्न: मौर्य साम्राज्य के पतन में शुंग वंश की भूमिका क्या थी?
उत्तर: a) बृहद्रथ की हत्या
विवरण: शुंग वंश के संस्थापक पुष्यमित्र ने अंतिम मौर्य सम्राट बृहद्रथ की हत्या (185 ईसा पूर्व) करके मौर्य साम्राज्य का अंत किया।
Post Mauryan Period (A-101 to A-109)
- प्रश्न: शुंग वंश के संस्थापक पुष्यमित्र ने किस वैदिक अनुष्ठान को पुनर्जनन दिया?
उत्तर: a) अश्वमेध
विवरण: पुष्यमित्र शुंग ने वैदिक धर्म को पुनर्जनन दिया और अश्वमेध यज्ञ किया, जो उनकी शक्ति और वैधता का प्रतीक था। - प्रश्न: कण्व वंश ने शुंगों को उखाड़ा; इसका अंतिम शासक कौन था?
उत्तर: a) सुशर्मन
विवरण: कण्व वंश ने शुंगों को उखाड़ा, और इसका अंतिम शासक सुशर्मन था, जिसे सातवाहनों ने पराजित किया। - प्रश्न: सातवाहन वंश की राजधानी प्रतिष्ठान थी; इसकी शक्ति का आधार क्या था?
उत्तर: a) व्यापार और कृषि
विवरण: सातवाहन (दक्षिण भारत) की शक्ति व्यापार (रोमन संबंध) और कृषि (दक्कन क्षेत्र) पर आधारित थी। - प्रश्न: कुषाण शासक कनिष्क ने किस बौद्ध परिषद का आयोजन किया?
उत्तर: a) चौथी, कश्मीर
विवरण: कनिष्क ने चौथी बौद्ध परिषद (1वीं शताब्दी ईस्वी) कश्मीर में आयोजित की, जिसमें महायान ग्रंथ संकलित हुए। - प्रश्न: गांधार कला में यूनानी और भारतीय तत्वों का मिश्रण है; इसका एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: a) बुद्ध की यूनानी शैली की मूर्तियां
विवरण: गांधार कला (1वीं-3वीं शताब्दी) में यूनानी यथार्थवादी शैली और भारतीय बौद्ध प्रतीकों का मिश्रण है, जैसे बुद्ध की मूर्तियां। - प्रश्न: मथुरा कला स्कूल में बुद्ध की मूर्तियां किस शैली में थीं?
उत्तर: a) स्वदेशी, गोलाकार चेहरा
विवरण: मथुरा कला स्कूल (1वीं-3वीं शताब्दी) में बुद्ध की मूर्तियां स्वदेशी थीं, जिनमें गोलाकार चेहरा और भारतीय शैली थी। - प्रश्न: मध्य एशियाई संपर्क से भारत में क्या नवाचार आए?
उत्तर: a) स्वर्ण सिक्के और घुड़सवारी
विवरण: मध्य एशियाई संपर्क (कुषाण, इंडो-ग्रीक) ने स्वर्ण सिक्के और घुड़सवारी को भारत में लाया, जिसने व्यापार और सैन्य शक्ति को बढ़ाया। - प्रश्न: हीनयान और महायान में प्रमुख अंतर क्या था?
उत्तर: a) व्यक्तिगत मुक्ति बनाम बोधिसत्व
विवरण: हीनयान व्यक्तिगत मुक्ति (अर्हत) पर केंद्रित था, जबकि महायान बोधिसत्व आदर्श (सभी की मुक्ति) पर जोर देता था। - प्रश्न: इंडो-ग्रीक शासक मेनंदर ने किस धर्म को अपनाया?
उत्तर: a) बौद्धिज्म
विवरण: मेनंदर (मिलिंद) ने बौद्ध धर्म अपनाया, जैसा कि ‘मिलिंदपन्हो’ में वर्णित है। वह बौद्ध संरक्षक के रूप में प्रसिद्ध था।
The Sangam Age (A-110 to A-117)
- प्रश्न: संगम साहित्य का तोलकप्पियम् किसका ग्रंथ है?
उत्तर: a) व्याकरण और काव्य
विवरण: तोलकप्पियम् संगम साहित्य का प्राचीनतम ग्रंथ है, जो तमिल व्याकरण और काव्य नियमों का वर्णन करता है। - प्रश्न: चेरों की राजधानी वंजि थी; वे किस व्यापार के लिए प्रसिद्ध थे?
उत्तर: a) मसाले और रत्न
विवरण: चेर (केरल) मसाले (काली मिर्च) और रत्नों के व्यापार के लिए प्रसिद्ध थे, विशेष रूप से रोमन व्यापारियों के साथ। - प्रश्न: चोल शासक करिकाल ने किस बांध का निर्माण किया?
उत्तर: a) कल्लनई
विवरण: करिकाल चोल ने कल्लनई बांध (कावेरी नदी) बनवाया, जो सिंचाई और कृषि के लिए महत्वपूर्ण था। - प्रश्न: पांड्य राजा नेदुंजेलियन ने किस युद्ध में विजय प्राप्त की?
उत्तर: a) तलैया लंगनम
विवरण: नेदुंजेलियन (पांड्य) ने तलैया लंगनम युद्ध में चेर और चोल गठबंधन को हराया, जैसा कि संगम साहित्य में वर्णित है। - प्रश्न: संगम साहित्य के पांच महाकाव्यों में सिलप्पतिकारम का लेखक कौन था?
उत्तर: a) इलंगो अडिगल
विवरण: सिलप्पतिकारम, संगम साहित्य का एक प्रमुख महाकाव्य, इलंगो अडिगल द्वारा लिखा गया। यह कण्णगी की कहानी है।
The Sangam Age (A-115 to A-117)
- प्रश्न: संगम राजव्यवस्था में सभा की क्या भूमिका थी?
उत्तर: a) सलाह और प्रशासन
विवरण: संगम काल (लगभग 300 ईसा पूर्व से 300 ईस्वी) में सभा राजा को सलाह देने और प्रशासनिक निर्णयों में सहायता करने वाला निकाय थी। यह सामाजिक और राजनीतिक मामलों में महत्वपूर्ण थी। युद्ध रणनीति, धार्मिक अनुष्ठान, और व्यापार नियंत्रण सभा के प्राथमिक कार्य नहीं थे। संगम साहित्य, जैसे तिरुक्कुरल, इसकी भूमिका को दर्शाता है। - प्रश्न: संगम समाज में तिनाई प्रणाली क्या दर्शाती थी?
उत्तर: a) भौगोलिक और सामाजिक वर्गीकरण
विवरण: तिनाई प्रणाली संगम समाज की एक अनूठी विशेषता थी, जो भौगोलिक क्षेत्रों (पहाड़, जंगल, मैदान, तट, रेगिस्तान) और उनसे जुड़े सामाजिक व्यवसायों (जैसे चरवाहे, किसान, मछुआरे) का वर्गीकरण करती थी। यह सामाजिक संरचना और पर्यावरण के बीच संबंध को दर्शाती है। धार्मिक समुदाय या सैन्य संगठन इससे संबंधित नहीं हैं। - प्रश्न: संगम काल में रोमन व्यापार का प्रमाण कहां मिलता है?
उत्तर: a) अरिकमेदु और मुजिरिस
विवरण: संगम काल में रोमन व्यापार के प्रमाण अरिकमेदु (पुदुचेरी) और मुजिरिस (केरल) से मिले हैं, जहां रोमन सिक्के, मिट्टी के बर्तन, और व्यापारिक सामग्री पाई गई। तम्रलिप्ति मौर्य और गुप्त काल से अधिक संबंधित है, जबकि कांची बाद में प्रमुख हुई।
The Gupta Empire (A-118 to A-133)
- प्रश्न: गुप्त साम्राज्य का उदय चंद्रगुप्त I से हुआ; उनकी शक्ति का आधार क्या था?
उत्तर: a) लिच्छवि विवाह
विवरण: चंद्रगुप्त I (लगभग 319-335 ईस्वी) ने लिच्छवि राजकुमारी कुमारदेवी से विवाह किया, जिसने उनकी राजनीतिक और आर्थिक शक्ति को बढ़ाया। यह गुप्त साम्राज्य के उदय का आधार था। सैन्य विजय और धार्मिक संरक्षण बाद के शासकों से अधिक संबंधित हैं। - प्रश्न: समुद्रगुप्त की उपलब्धियों का विवरण किस शिलालेख में है?
उत्तर: a) इलाहाबाद प्रशस्ति
विवरण: इलाहाबाद प्रशस्ति (हरिषेण द्वारा रचित) समुद्रगुप्त (335-375 ईस्वी) की विजयों और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण देता है, जिसमें दक्षिण भारत और अन्य क्षेत्रों की विजय शामिल हैं। जूनागढ़ शिलालेख स्कंदगुप्त, हथिगुम्फा खारवेल, और मंदसौर बाद के शासकों से संबंधित हैं। - प्रश्न: गुप्त शासकों की उपाधि ‘परमभागवत’ किस धर्म से संबंधित थी?
उत्तर: a) वैष्णववाद
विवरण: गुप्त शासकों (जैसे चंद्रगुप्त II) ने ‘परमभागवत’ उपाधि अपनाई, जो वैष्णववाद (विष्णु की भक्ति) से संबंधित थी। यह उनकी धार्मिक नीति को दर्शाता है। शैववाद और बौद्धिज्म गुप्त काल में भी मौजूद थे, लेकिन परमभागवत वैष्णववाद से जुड़ा है। - प्रश्न: गुप्त साम्राज्य के पतन में हूण आक्रमणों की भूमिका थी; प्रमुख हूण शासक कौन था?
उत्तर: c) दोनों (मिहिरकुला और तोरमाना)
विवरण: हूण आक्रमण (5वीं-6वीं शताब्दी) ने गुप्त साम्राज्य को कमजोर किया। तोरमाना और उसका पुत्र मिहिरकुला प्रमुख हूण शासक थे, जिन्हें यशोधर्मन ने हराया। - प्रश्न: गुप्त प्रशासन में ‘विषयपति’ की भूमिका क्या थी?
उत्तर: a) जिला प्रशासक
विवरण: गुप्त प्रशासन में विषयपति जिला (विषय) का प्रशासक था, जो स्थानीय शासन और कर संग्रह के लिए जिम्मेदार था। यह विकेंद्रीकृत प्रशासन का हिस्सा था। - प्रश्न: गुप्त अर्थव्यवस्था में भूमि अनुदान ने किस प्रणाली को जन्म दिया?
उत्तर: a) सामंतवाद
विवरण: गुप्त काल में भूमि अनुदान (अग्निहोत्र, ब्रह्मदेय) ने सामंतवादी प्रणाली को जन्म दिया, जिसमें सामंतों को भूमि दी जाती थी। यह केंद्रीकरण को कमजोर करता था। - प्रश्न: गुप्त काल में धार्मिक सहिष्णुता का प्रमाण क्या है?
उत्तर: a) बौद्ध और जैन मठों को संरक्षण
विवरण: गुप्त शासकों ने हिंदू धर्म (वैष्णव, शैव) के साथ-साथ बौद्ध और जैन मठों को संरक्षण दिया, जैसा कि फा-हिएन के यात्रा विवरण और शिलालेखों से पता चलता है। - प्रश्न: गुप्त कला में अजंता की गुफाएं किस धर्म से संबंधित थीं?
उत्तर: a) बौद्धिज्म
विवरण: अजंता की गुफाएं (महाराष्ट्र) बौद्ध धर्म से संबंधित हैं, जिनमें बुद्ध की जीवन कथाएं और जैतक चित्रित हैं। कुछ गुफाएं बाद में हिंदू और जैन धर्म से भी जुड़ीं, लेकिन बौद्धिज्म प्रमुख था। - प्रश्न: गुप्त साहित्य में कलिदास की रचना ‘मेघदूत’ किस शैली की है?
उत्तर: a) खंडकाव्य
विवरण: ‘मेघदूत’ कलिदास का खंडकाव्य है, जो एक यक्ष की प्रेम कहानी को मेघ के माध्यम से वर्णित करता है। यह महाकाव्य या नाटक नहीं है। - प्रश्न: गुप्त काल में विज्ञान में आर्यभट्ट का योगदान क्या था?
उत्तर: a) पृथ्वी का घूर्णन और शून्य
विवरण: आर्यभट्ट (5वीं शताब्दी) ने पृथ्वी के घूर्णन और शून्य की अवधारणा को प्रतिपादित किया। उनका ग्रंथ ‘आर्यभट्टिय’ गणित और खगोलशास्त्र में महत्वपूर्ण है। - प्रश्न: गुप्त काल में सामाजिक जीवन में महिलाओं की स्थिति कैसी थी?
उत्तर: a) सीमित, पितृसत्तात्मक
विवरण: गुप्त काल में महिलाओं की स्थिति पितृसत्तात्मक थी, हालांकि कुछ शिक्षित थीं (जैसे लिच्छवि राजकुमारी)। सती प्रथा दुर्लभ थी, लेकिन सामाजिक स्वतंत्रता सीमित थी। - प्रश्न: गुप्त काल में दशावतार मंदिर कहां स्थित था?
उत्तर: a) देवगढ़
विवरण: दशावतार मंदिर (उत्तर प्रदेश) गुप्त काल का एक प्रमुख वैष्णव मंदिर है, जो नागर शैली को दर्शाता है। सanchi बौद्ध, अजंता गुफाएं, और मथुरा अन्य संदर्भों से संबंधित हैं। - प्रश्न: गुप्त प्रशासन में ‘उपरिक’ की क्या भूमिका थी?
उत्तर: a) प्रांतीय गवर्नर
विवरण: उपरिक गुप्त प्रशासन में प्रांतीय गवर्नर था, जो भुक्ति (प्रांत) का प्रभारी था। यह विषयपति से उच्च स्तर का पद था। - प्रश्न: गुप्त काल में स्वर्ण सिक्कों का उपयोग किसके लिए था?
उत्तर: a) व्यापार और कर
विवरण: गुप्त काल में स्वर्ण सिक्के (दीनार) व्यापार और कर संग्रह के लिए उपयोग होते थे। वे आर्थिक समृद्धि और व्यापारिक नेटवर्क (रोम के साथ) को दर्शाते थे। - प्रश्न: गुप्त काल में बौद्ध धर्म का संरक्षण किस शासक ने किया?
उत्तर: c) दोनों (कुमारगुप्त और स्कंदगुप्त)
विवरण: कुमारगुप्त और स्कंदगुप्त ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया, जैसा कि नालंदा के अवशेष और फा-हिएन के विवरण से पता चलता है। - प्रश्न: गुप्त साम्राज्य के पतन में आर्थिक कारण क्या था?
उत्तर: a) भूमि अनुदान और व्यापार ह्रास
विवरण: गुप्त साम्राज्य का पतन भूमि अनुदान (सामंतवाद) और व्यापार ह्रास (रोमन व्यापार में कमी) के कारण हुआ। सैन्य खर्च और धार्मिक संघर्ष गौण थे।
Post Gupta Period (A-134 to A-150)
134. प्रश्न: राजपूत काल में कला और वास्तुकला में किस शैली का विकास हुआ?
उत्तर: a) नागर शैली
विवरण: राजपूत काल (7वीं-12वीं शताब्दी) में नागर शैली (उत्तर भारत) का विकास हुआ, जो मंदिर वास्तुकला (जैसे खजुराहो, सोमनाथ) में देखी जाती है। द्रविड़ और वेसर शैली दक्षिण और मध्य भारत से संबंधित हैं।
135. प्रश्न: हूणों के आक्रमण ने गुप्त साम्राज्य को कमजोर किया; यशोधर्मन ने किस हूण शासक को हराया?
उत्तर: a) मिहिरकुला
विवरण: यशोधर्मन (मालवा) ने हूण शासक मिहिरकुला को 6वीं शताब्दी में हराया, जैसा कि मंदसौर शिलालेख में उल्लिखित है। तोरमाना मिहिरकुला का पिता था।
136 . प्रश्न: मौखरियों की राजधानी कन्नौज थी; वे किसके साथ प्रतिस्पर्धा में थे?
उत्तर: a) गुप्त और हर्ष
विवरण: मौखरि (6वीं-7वीं शताब्दी) कन्नौज से शासन करते थे और गुप्त अवशेषों और हर्षवर्धन (पुष्यभूति) के साथ प्रतिस्पर्धा में थे। शुंग और कुषाण पहले के काल से हैं।
137. प्रश्न: मैत्रकों ने वल्लभी से शासन किया; वे किसके लिए प्रसिद्ध थे?
उत्तर: a) बौद्ध विश्वविद्यालय
विवरण: मैत्रक वंश (5वीं-8वीं शताब्दी) ने वल्लभी (गुजरात) से शासन किया और वल्लभी विश्वविद्यालय (बौद्ध केंद्र) के लिए प्रसिद्ध थे।
138. प्रश्न: हर्षवर्धन के शासनकाल में ‘हर्षचरित’ किसने लिखा?
उत्तर: a) बनभट्ट
विवरण: ‘हर्षचरित’ बनभट्ट द्वारा रचित हर्षवर्धन (7वीं शताब्दी) का जीवनी ग्रंथ है, जो उनके शासन और उपलब्धियों का वर्णन करता है।
139. प्रश्न: त्रिपक्षीय संघर्ष में पाल, प्रतिहार और राष्ट्रकूट किसके लिए लड़े?
उत्तर: a) कन्नौज
विवरण: त्रिपक्षीय संघर्ष (8वीं-10वीं शताब्दी) में पाल (बंगाल), प्रतिहार (गुर्जर), और राष्ट्रकूट (दक्कन) ने कन्नौज के नियंत्रण के लिए संघर्ष किया।
140. प्रश्न: राजपूत समाज में सामाजिक संरचना का आधार क्या था?
उत्तर: a) कुल और गोत्र
विवरण: राजपूत समाज (7वीं-12वीं शताब्दी) कुल (वंश) और गोत्र पर आधारित था, जो उनकी सामाजिक और राजनीतिक पहचान को परिभाषित करता था।
141. प्रश्न: पाल वंश ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया; उनका प्रमुख केंद्र कौन सा था?
उत्तर: d) दोनों a और c (नालंदा और विक्रमशिला)
विवरण: पाल वंश (8वीं-12वीं शताब्दी) ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया और नालंदा 및 विक्रमशिला विश्वविद्यालयों को समर्थन दिया।
142. प्रश्न: चंदेलों का खजुराहो मंदिर किस धर्म से संबंधित था?
उत्तर: a) हिंदू और जैन
विवरण: खजुराहो मंदिर (मध्य प्रदेश, 9वीं-11वीं शताब्दी) चंदेल वंश द्वारा निर्मित हिंदू (वैष्णव, शैव) और जैन मंदिर हैं।
143. प्रश्न: परमार वंश का धार किस लिए प्रसिद्ध था?
उत्तर: a) साहित्य और कला
विवरण: परमार वंश (9वीं-13वीं शताब्दी) धार (मालवा) से शासन करता था और साहित्य (भोज द्वारा) और कला (मंदिर निर्माण) के लिए प्रसिद्ध था।
144. प्रश्न: सोलंकी वंश ने गुजरात में किस मंदिर का निर्माण करवाया?
उत्तर: a) सोमनाथ
विवरण: सोलंकी वंश (10वीं-13वीं शताब्दी) ने गुजरात में सोमनाथ मंदिर का निर्माण और पुनर्निर्माण करवाया, जो शैव धर्म का प्रमुख केंद्र था।
145.प्रश्न: तोमर वंश ने दिल्ली पर शासन किया; उनका प्रमुख योगदान क्या था?
उत्तर: a) किलेबंदी
विवरण: तोमर वंश (8वीं-12वीं शताब्दी) ने दिल्ली पर शासन किया और किलेबंदी (जैसे लाल कोट) के लिए प्रसिद्ध थे।
146. प्रश्न: गहड़वालों की राजधानी कन्नौज थी; वे किसके लिए प्रसिद्ध थे?
उत्तर: a) वैष्णव संरक्षण
विवरण: गहड़वाल वंश (11वीं-12वीं शताब्दी) कन्नौज से शासन करता था और वैष्णव धर्म के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध था।
147. प्रश्न: चाहमान वंश का पृथ्वीराज III किसके लिए प्रसिद्ध था?
उत्तर: a) तराइन की लड़ाई
विवरण: पृथ्वीराज III (12वीं शताब्दी) चाहमान वंश का शासक था, जो तराइन की लड़ाई (1191-1192) में मुहम्मद गोरी के खिलाफ लड़ने के लिए प्रसिद्ध था।
148. प्रश्न: कलचुरियों का त्रिपुरी में शासन था; उनकी कला में क्या विशेष था?
उत्तर: a) मंदिर और मूर्तिकला
विवरण: कलचुरी वंश (10वीं-12वीं शताब्दी) त्रिपुरी (मध्य प्रदेश) से शासन करता था और मंदिर निर्माण (जैसे अमरकंटक) और मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध था।
149. प्रश्न: सेन वंश ने बंगाल में शासन किया; वे किस धर्म के संरक्षक थे?
उत्तर: c) दोनों (वैष्णववाद और शैववाद)
विवरण: सेन वंश (11वीं-13वीं शताब्दी) ने बंगाल में वैष्णववाद और शैववाद दोनों को संरक्षण दिया, जैसा कि उनके मंदिरों और शिलालेखों से पता चलता है।
150. प्रश्न: वर्मन वंश ने असम में शासन किया; उनका प्रमुख योगदान क्या था?
उत्तर: a) कामाख्या मंदिर
विवरण: वर्मन वंश (4वीं-12वीं शताब्दी) ने असम में शासन किया और कामाख्या मंदिर (शाक्त धर्म) के निर्माण और संरक्षण में योगदान दिया।
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